JoharLive Desk
पटना : बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने सरकारी अस्पताल से जुड़े चिकित्सकों को बीमारी की पहचान और इलाज के लिए जरूरी सभी उपकरणों की सूची बनाने का निर्देश देते हुए कहा कि इसे खरीदने के लिए जितनी राशि की आवश्यकता होगी वह सरकार उपलब्ध करायेगी ताकि किसी भी मरीज को इलाज के लिए मजबूरी में राज्य से बाहर नहीं जाना पड़े ।
श्री कुमार ने अधिवेशन भवन में स्वास्थ्य विभाग की 1029 करोड़ रुपये की 182 परियोजनाओं का उद्घाटन और शिलान्यास करने के बाद कहा कि इस कार्यक्रम में पटना मेडिकल कॉलेज अस्पताल (पीएमसीएच), नालंदा मेडिकल कॉलेज अस्पताल (एनएमसीएच), इंदिरा गांधी आयुर्विज्ञान संस्थान (आईजीआईएमएस) जैसे अन्य मेडिकल संस्थानों के लोग उपस्थित हैं । इसलिए बीमारी की पहचान करने के लिए जितने उपकरणों की आवश्यकता हो, उसका अध्ययन कर सूची तैयार करें ताकि सभी बड़े सरकारी अस्पतालों में सभी बीमारी के इलाज और जांच की व्यवस्था हो। इसके लिए धन का प्रबंध राज्य सरकार करेगी । उन्होंने कहा कि अपनी इच्छा से या सक्षम लोग बिहार से बाहर इलाज कराने जाना चाहें तो जायें लेकिन मजबूरी में किसी को इलाज कराने के लिये बाहर नहीं जाना पड़े।
मुख्यमंत्री ने कहा कि उपकरणों की खरीद से ही काम नहीं चलने वाला है । उसे चलाने वाले सक्षम और प्रशिक्षित लोग भी होने चाहिए । डॉक्टर और पैरामेडिकल स्टाफ का ठीक से प्रशिक्षण दिलाना भी जरूरी है । ऐसा न हो कि उपकरण आ जाये और पता चले कि कोई जांच करने वाला ही नहीं है । जहां भी प्रशिक्षण कराना हो कराएं। इसकी व्यवस्था सुनिश्चित करें ताकि उपकरणों का इस्तेमाल सही तरीके से हो सके।