ओडिशा : आज से श्री जगन्नाथ मंदिर के चारों द्वार फिर से खोल दिए गए हैं. ओडिशा के मुख्यमंत्री मोहन चरण माझी की मौजूदगी में द्वार खोले गए हैं. मुख्यमंत्री माझी, दोनों उपमुख्यमंत्री, मंत्री, भाजपा सांसद और पार्टी के अन्य नेताओं ने सबसे पहले विधि-विधान से भगवान जगन्नाथ की पूजा की और मंगल आलती की रस्म के बाद चारों द्वार फिर से खोल दिए गए. उन्होंने मंदिर परिसर की परिक्रमा भी की. इसके साथ ही मंदिर की सभी मौजूदा जरूरतों के लिए एक कॉर्पस फंड बनाने के प्रस्ताव को भी मंजूरी दी गई है. एक दिन पहले माझी ने कहा था, ‘राज्य सरकार ने सभी मंत्रियों की मौजूदगी में जगन्नाथ पुरी के चारों द्वार खोलने का फैसला किया है. इससे श्रद्धालु चारों द्वारों से मंदिर तक पहुंच सकेंगे.’ माझी ने आगे कहा कि सभी मंदिरों के द्वार खोलना भाजपा के चुनावी घोषणापत्र के वादों में से एक था. पट बंद होने से श्रद्धालुओं को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है.

कोरोना काल से बंद थे मंदिर के पट

पूर्ववर्ती बीजू जनता दल सरकार ने कोरोना महामारी के बाद से मंदिर के चारों पट बंद कर दिए थे और श्रद्धालु केवल एक ही गेट से प्रवेश कर सकते थे. काफी समय से श्रद्धालुओं की मांग थी कि सभी पट खोले जाएं.

मंदिर के रख-रखाव के लिए 500 करोड़ आवंटित किए जाएंगे

माझी ने बताया कि मंत्रिमंडल ने मंदिर की सुरक्षा और रख-रखाव के लिए 500 करोड़ रुपये का कोष गठित करने का निर्णय लिया है. मुख्यमंत्री ने कहा कि सभी मंत्री बुधवार रात तीर्थ नगरी पुरी में रहे और चारों पट खुलने के समय सभी मंदिर में मौजूद रहेंगे.

‘धान का एमएसपी बढ़ाकर 3100 रुपये प्रति क्विंटल किया जाएगा’

माझी ने कहा कि राज्य सरकार धान का न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) बढ़ाकर 3100 रुपये प्रति क्विंटल करने के लिए भी कदम उठाएगी और संबंधित विभाग को इसके लिए समाधान निकालने को कहा गया है. इसके अलावा एमएसपी समेत किसानों की समस्याओं से निपटने के लिए विशेष नीति “समृद्ध कृषक नीति योजना” बनाई जाएगी.

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