नई दिल्ली : दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने इंजीनियर व इनोवेटर से शिक्षा सुधारवादी बने सोनम वांगचुक को सोमवार को अपना समर्थन दिया. सोनम वांगचुक केंद्र सरकार के खिलाफ 21 दिन के अनशन पर हैं. उनकी मांगों में राज्य का दर्जा और क्षेत्र में संविधान की छठी अनुसूची का कार्यान्वयन करना शामिल है. सोनम वांगचुक 5 मार्च से अनशन पर हैं. उन्होंने लेह के एनडीएस स्टेडियम में अपना उपवास जारी रखने का संकल्प लिया है जब तक कि सरकार उनकी मांगें पूरी नहीं कर लेती.
एक्स पर अपने आधिकारिक हैंडल पर केजरीवाल ने वांगचुक की एक पोस्ट साझा करते हुए कहा, “ हम आपके और लद्दाख के लोगों के साथ हैं. यह बहुत गंभीर और बिल्कुल अस्वीकार्य है कि कैसे केंद्र ने लद्दाख को धोखा दिया है.” एक्स पर अपने पोस्ट में, वांगचुक ने कहा कि उनकी लड़ाई सिर्फ लद्दाख के लिए नहीं है, बल्कि भारत में ‘विश्वास की कमी’ को मिटाने के लिए भी है.
वांगचुक ने पोस्ट किया, “ लद्दाख को चुनाव घोषणापत्र में दो बार छठी अनुसूची की सुरक्षा का वादा किया गया था, लेकिन अब सरकार दो चुनाव जीतने के बाद पीछे हट गई. इस संघर्ष के माध्यम से हम आने वाले समय के लिए एक अच्छी मिसाल कायम करना चाहते हैं. कृपया अपने शहरों से हमारा समर्थन करें.” सोमवार को अपने अनशन के छठे दिन, वांगचुक ने एक्स पर एक व्यक्तिगत वीडियो पोस्ट में, राज्य का दर्जा न दिए जाने के कारण लद्दाख के लोगों में बढ़ते असंतोष को व्यक्त किया.