रांची : राज्य के पहले और बहु प्रतिक्षित ट्रांसपोर्ट नगर का मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने नवरात्र यानी अक्तूबर के प्रथम सप्ताह में तैयार कर उद्घाटन कराने का निर्देश दिया है. मुख्यमंत्री के इस निर्देश के आलोक में नगर विकास एवं आवास विभाग के प्रधान सचिव सुनील कुमार ने मंगलवार को ट्रांसपोर्ट नगर की साइट का निरीक्षण किया. उन्होंने जुडको के अधिकारियों और एजेंसी केएमवी के प्रतिनिधियों को स्पष्ट निर्देश दिया कि मुख्यमंत्री की इच्छा है कि हर हाल में ट्रांसपोर्ट नगर नवरात्र के प्रथम सप्ताह में आम जनता और ट्रांसपोर्टरों को समर्पित कर दिया जाए. उन्होंने यह भी कहा कि ट्रांसपोर्ट नगर के रखरखाव और संचालन की नीति व प्रक्रिया जल्द से जल्द तैयार कर ली जाए, ताकि उद्घाटन के साथ ही ट्रांसपोर्ट नगर में भारी, मध्यम और छोटे ट्रक लगने शुरू हो जाएं.

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2022 में रखी गई थी आधारशिला

राजधानी वासियों को बहुप्रतीक्षित ट्रांसपोर्ट नगर का भी तोहफा मिल जाएगा. नगर विकास विभाग के निर्देश पर जुडको द्वारा एजेंसी केएमवी से तेजी से कार्य कराया जा रहा है. मई 2022 में ट्रांसपोर्ट नगर के निर्माण की आधारशिला रखी गई थी. अक्तूबर 2024 में इसका काम पूरा हो जायेगा. यह राज्य का पहला ट्रांसपोर्ट नगर होगा. अब तक एकीकृत भवन और दो वेयर हाउस का निर्माण कार्य पूरा हो चुका है. तीन तलों में छोटे से लेकर बड़े वाहनों के खड़ा करने के तीन लेबल का प्लेटफार्म बनाने का काम पूरा हो गया है. खास बात यह है कि पत्थर का गेवियन वाल बन रहा है, वह पूरी तरह से इको फ्रेंडली है. इसकी जोडाई में कही भी सीमेंट का इस्तेमाल नहीं किया गया है.

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डोरमेट्री और फूड कोर्ट भी

कांके प्रखंड के सुकरहुटू में रिंग रोड के पास 112 करोड़ रुपये की लागत से ट्रांसपोर्ट नगर का निर्माण हो रहा है. प्रथम फेज में बड़े छोटे कुल 424 वाहनों के खड़ा करने का प्रावधान रहेगा. निर्माणाधीन  लेबल एक प्लेटफार्म पर 93 एक्स्ट्रा लार्ज (22 मीटर लम्बा), 11  लार्ज टेलर (18 मीटर) और 27 स्माल (16 मीटर) वाहनों के खड़ा करने का प्रावधान रहेगा. इसी तरह लेबल दो प्लेटफार्म पर 179 लार्ज और 50 स्माल वाहन खड़ा किये जायेंगे. लेबल तीन के प्लेटफार्म पर सिर्फ 64 स्माल वाहन खड़ा होंगे.

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वेयर हाउस बनकर तैयार

बाहर से आने वाले वाहनों के माल को रखने के लिए दो लेबल के वेयर हाउस भी बन चुके है. लेबल एक वेयर हाउस 6176 वर्ग मीटर तथा वेयर हाउस दो 3900 वर्ग मीटर का बन गया है. बाहर से आने वाले वाहनों के माल इसी वेयर हाउस में खाली कर ट्रक चालक मुक्त हो जायेंगे. इसके बाद ट्रांसपोर्टर छोटे वाहनों से इसे जगह तक पहुंचाएंगे. इससे शहर में बड़े वाहन नहीं घुसेंगे और जाम नहीं लगेगा. प्रदूषण से भी मुक्ति मिलेगी. वाहनों को नो इंट्री की झंझट भी नहीं झेलनी पड़ेगी क्योकि रिंग रोड नो इंट्री से मुक्त है.

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जी प्लस 3 एक्रीकृत भवन में तमाम सुविधाएं

जी प्लस 3 एकीकृत भवन में ट्रांसपोर्टरों एवं अन्य के लिए 16 आफिस का प्रावधान किया गया है. ड्राइवर और खलासी के आराम करने के लिए 180 बेड की डोरमेट्री और 150 लोगों के बैठने के लिए फ़ूड कोर्ट भी रहेगा. प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र, दो वे ब्रिज, सर्विस स्टेशन, प्रवेश द्वार, सीसीटीवी, वाई फाई, लैंड स्केपिंग और मनोरंजन के लिए स्थान उपलब्ध रहेगा.

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