रांचीः झामुमो पूरी तरह अब चुनावी मोड में आ चुका है. इसी कड़ी में मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने गुरुवार को राज्य के सात जिलों के नेताओं व कार्यकर्ताओं से संवाद किया. यह कार्यक्रम मुख्यमंत्री आवासीय परिसर में आयोजित की गयी. मौके पर मुख्यमंत्री श्री सोरेन ने नेताओं से सरकारी योजनाओं का फीडबैक लिया. कहा कि “आपकी योजना-आपकी सरकार-आपके द्वार” कार्यक्रम संचालित करने का हमारा उद्देश्य यही है कि राज्य के एक-एक लोग अथवा विकास की राह में खड़े अंतिम पायदान के व्यक्ति तक सरकार की योजनाओं को पहुंचना है. मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने कहा कि ग्रामीण क्षेत्र में रहने वाले वैसे लोग जो प्रखंड कार्यालय या जिला कार्यालय के बारे में ठीक से जानते तक नहीं हैं उन तक सरकारी पदाधिकारी पहुंचे और योजनाओं का लाभ प्रदान करें. “आपकी योजना-आपकी सरकार-आपके द्वार” कार्यक्रम के तहत आज जिलों में पदस्थापित डीसी, डीडीसी, सीओ, बीडीओ योजनाओं की गठरी लेकर आमजनों के घरों तक पहुंच रहे हैं. मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन आज संवाद कार्यक्रम में खूंटी, रामगढ़, हजारीबाग, गुमला, रांची, सिमडेगा तथा लोहरदगा जिले से पहुंचे झारखंड मुक्ति मोर्चा (झामुमो) पार्टी के पंचायत स्तर से लेकर केंद्रीय स्तर तक के नेता एवं कार्यकर्ताओं को संबोधित कर रहे थे.

झामुमों कार्यकर्ता अपने जिम्मेदारी का निर्वहन तत्परता और प्रतिबद्धता के साथ करें

मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने कहा कि झारखंड मुक्ति मोर्चा पार्टी के कार्यकर्ता राज्य सरकार द्वारा शुरू की गई “आपकी योजना-आपकी सरकार-आपके द्वार” कार्यक्रम के तहत सरकार की योजनाओं का लाभ पंचायत-पंचायत, गांव-गांव और घर-घर तक पहुंचने का कार्य करें. कार्यकर्ता पार्टी की रीढ़ होते हैं. झामुमो के कार्यकर्ताओं के कंधों पर एक बड़ी जिम्मेदारी है, अपनी जिम्मेदारियां का निर्वहन तत्परता और ईमानदारी के साथ आप निभाएं. मुख्यमंत्री श्री सोरेन ने कहा कि क्योंकि वर्ष 2024 चुनावी वर्ष के रूप में आकर खड़ा है. वर्ष 2024 में लोकसभा के साथ-साथ विधानसभा चुनाव भी होना है. वर्ष 2024 में अगर हम बीच के दो-चार महीने छोड़ दें तो पूर्ण रूप से आचार संहिता वाला वर्ष होगा. आप सभी कार्यकर्ताओं को इस बात की भी जानकारी है कि इस चुनावी वर्ष में राज्य विरोधी लोग तथा पार्टियां धर्म और समुदाय के नाम पर हमारी अखंडता और एकजुट को तोड़ने का प्रयास करेंगे. ऐसे राज्य विरोधी लोगों से हमसभी को सतर्क रहने की जरूरत है.

वर्ष 2024 के चुनावों में भी अखंडता और एकजुटता का देना है परिचय

मुख्यमंत्री ने कार्यकर्ताओं से कहा कि वर्तमान समय में देश में जो हालात उत्पन्न हुए हैं उससे सबसे ज्यादा नुकसान किसान, गरीब और युवा वर्ग के लोगों को हुआ है. यहां के आदिवासी-मूलवासी, दलित, शोषित अल्पसंख्यक सहित विभिन्न वर्ग समुदाय के लोगों को विपक्षी दलों द्वारा झारखंड मुक्ति मोर्चा के प्रति भड़काया जा रहा है. देश एवं राज्य विरोधी शक्तियां हमें निरंतर तोड़ने का प्रयास कर रही हैं परंतु हम सभी को सतर्कता दिखाते हुए इनके मंसूबे पर पानी फेरने का काम करना है. राज्य में जब से झामुमों के नेतृत्व में सरकार बनी है तब से विरोधी पार्टी के लोग हमारी सरकार को गिराने में लगे हुए हैं. हमारी एकजुटता का ही परिणाम है कि आज तक ये लोग अपने षड्यंत्र में सफल नहीं हो पाए हैं. आप सभी कार्यकर्ता ही हमारी बड़ी ताकत हैं. आपकी सरकार राज्य के विकास के लिए निरंतर प्रयासरत है और आपके सहयोग से हम विकास का रास्ता आगे भी तय करते रहेंगे. वर्ष 2019 की तरह हम सभी लोगों को वर्ष 2024 के चुनावों में भी अखंडता और एकजुटता का परिचय देना होगा.

हमसब अपने हक-अधिकार एवं सम्मान की लड़ाई आगे भी लड़ेंगे

मुख्यमंत्री ने कहा कि आप सभी लोग आज यहां से एक संकल्प के साथ वापस अपने पंचायत तथा गांव जाएं कि राज्य सरकार की विभिन्न योजनाओं को हर जरूरतमंद तक पहुंचायी जाए. मुख्यमंत्री ने कहा कि हम सभी बाबा भीमराव अंबेडकर द्वारा रचित संविधान को मानने वाले लोग हैं. हम सभी लोग संविधान की मर्यादा में रहते हुए आगे बढ़ेंगे. झारखंड देश का एक ऐसा राज्य है जो अपने पैरों में खड़ा होने की ताकत रखता है। जरूरत है कि हम इस राज्य को किस तरह नई दिशा देते हुए आगे बढ़ें. मुख्यमंत्री ने सभी कार्यकर्ताओं का मनोबल बढ़ाते हुए उन्हें वर्ष 2024 में होने वाले लोकसभा एवं विधानसभा चुनाव के लिए एक बेहतर रणनीति के साथ तैयारी करने का मंत्र दिया. मुख्यमंत्री ने कहा कि झारखंड के लोग हमेशा अपने हक-अधिकार एवं सम्मान की लड़ाई लड़ता आ रहा है. आने वाले चुनाव में भी हमें राज्य विरोधी ताकतों और दलों को मुंहतोड़ जवाब देने का काम करना है, इसी संकल्प के लिए हम सभी लोग आज यहां एकत्रित हुए हैं. कार्यक्रम में पार्टी के केंद्रीय महासचिव विनोद कुमार पाण्डेय, फागु बेसरा, केंद्रीय सचिव अभिषेक प्रसाद “पिंटू”, संजीव बेदिया, राज्यसभा सांसद महुआ माजी, विधायक भूषण तिर्की उपस्थित थे.

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