दंतेवाड़ा। जिले में चलाये जा रहे नक्सल उन्मूलन अभियान के तहत 20 लाख के इनामी दो नक्सली दंपत्तियों पीएलजीए बटालियन नंबर 01 के छोटू मंडावी व उसकी पत्नि लखमे टेक्निकल टीम सदस्य एवं पीएलजीए मिलिट्री प्लाटून नंबर 31 का सदस्य नक्सली कमांडर कोसा व उसकी पत्नि आयते मिडियामी ने दंतेवाड़ा एसपी गौरव राय के समक्ष आत्मसमर्पण कर दिया। आत्मसमर्पित दोनो दंपत्ति ग्राम एर्रापल्ली से लेकर मिनपा, गलगम एवं एलमागुण्डा सहित कई बड़ी नक्सली वारदातों को अंजाम दिया है।
पुलिस मिली जानकारी के अनुसार आत्मसमर्पित नक्सली आयते मिडियामी गादीरास के कोर्रा निवासी, वर्तमान में वह 26 वर्ष की है। वर्ष 2007 से नक्सल संगठन में काम कर रही है। यानी इस समय आयते की उम्र महज 10 वर्ष की थी। पढऩे-लिखने, खेलने कूदने की उम्र में नक्सली अपने साथ ले गए थे। वर्ष 2012 तक चेतना नाट्य मंडली की सदस्य थी, 15 वर्ष की उम्र में हथियार चलाना सिखाया, कई मुठभेड़ों में शामिल रही। आयते मिडियामी 12 बोर की बंदूक अपने साथ रखती थी। संगठन में रहते हुए नक्सली कमांडर कोसा से प्रेम हुआ, दोनों ने शादी कर ली। अब पति के साथ आत्मसमर्पण कर दिया है। उसका पति और आत्मसमर्पित नक्सली कोसा सुकमा जिले के गच्चनपल्ली का निवासी है। वर्ष 2000 से यह नक्सल संगठन से जुडक़र काम कर रहा, वर्तमान में 39 वर्ष का है, कोसा 16 वर्ष की उम्र में ही संगठन में शामिल हो गया था, 23 वर्ष तक संगठन से जुड़ा रहा। कई बड़ी नक्सली वारदातों में शामिल रहा। संगठन में रहते आयते से इसने शादी की थी।
आत्मसमर्पित नक्सली छोटू मंडावी डुमरीपालनार का निवासी है। वर्तमान में इसकी उम्र 25 वर्ष है, 15 वर्ष की उम्र में ही नक्सलवाद से जुड़ गया। वर्तमान में नक्सलियों की टेक्निकल टीम का कमांडर था। हथियार मरम्मत का काम करता था। संगठन में रहते इसने टेक्निकल टीम सदस्य लखमे से शादी कर ली। आत्मसमर्पित लखमे की उम्र वर्तमान में 18 वर्ष है। इसने 02 वर्ष पहले यानी 16 वर्ष की उम्र में नक्सलवाद का दामन थामा था। अब इन दोनो दंपतियों ने आत्मसमर्पण कर दिया है।