Joharlive Team
सुकमा। छत्तीसगढ़ के सुकमा जिले में तीन नक्सलियों ने पुलिस के समक्ष आत्मसमर्पण कर दिया।
पुलिस सूत्रों के अनुसार पुलिस अधीक्षक शलभ सिन्हा और केन्द्रीय सुरक्षा बल की 226वीं बटालियन के अधिकारियों के समक्ष आठ लाख रुपयों के इनामी करटामी बादल और उसकी पत्नी पांच लाख रुपयों की इनामी नक्सली कमली तथा दो लाख रुपयों के इनामी मड़कम बीजू ने समर्पण किया। समर्पण करने वाले नक्सलियों के खिलाफ विभिन्न थानों में गंभीर मामले दर्ज हैं।
वहीं राजनांदगांव जिले में एक इनामी नक्सली दंपति ने आज पुलिस के समक्ष आत्म समर्पण कर दिया।
वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक बी एस ध्रुव के समक्ष सुबह सक्रिय नक्सली गैंदसिंह कोवाची अपनी पत्नी रमशिला धुर्वे के साथ आत्मसमर्पण किया। आत्मसमर्पित नक्सली दंपति ने बताया कि आन्ध्रप्रदेश के नक्सली नेताओं द्वारा छत्तीसगढ़ के कैडरों से भेदभाव पूर्ण व्यवहार किया जाता है तथा उन्हें सिर्फ लडने के लिए इस्तेमाल किया जाता है। गैंदसिंह पर आठ लाख तथा रमशिला पर पांच लाख रुपए का इनाम घोषित था।
आत्मसमर्पित नक्सली गैंद सिंह वर्ष 2006 में माओवादी दल के कोडेखुर्से एलओएस में शामिल हुआ, जबकि उसकी पत्नी रमशिला धु्र्वे वर्ष 2010 में मोहला एलओएस में शामिल हुयी थी। पुलिस ने आत्मसमर्पित नक्सली दंपति को समाज की मुख्यधारा में वापस आने पर स्वागत किया और नक्सल दम्पत्ति को 10-10 हजार रूपये प्रोत्साहन राशि प्रदान करते हुए अन्य सुविधाओं का लाभ दिलाने का आश्वासन दिया।