Joharlive Team
- थर्मल सकैनिंग और स्वास्थ्य जांच के पश्चात फूड पैकेट, पेयजल देकर श्रमिकों का किया गया स्वागत
देवघर। केंद्र और राज्य सरकार के पहल के पश्चात लॉक डाउन के वजह से बाहर फंसे झारखण्ड के विभिन्न जिलों के 1567 श्रमिक बंधु आज स्पेशल ट्रैन के माध्यम से घाटकेसर से जसीडीह स्टेशन पहुंचे। इस दौरान अनुमंडल पदाधिकारी-सह-अनुमंडल दण्डाधिकारी विशाल सागर एवं वरीय अधिकारियों के द्वारा सभी श्रमिकों का अभिनंदन किया गया एवं उनके सकुशल घर वापसी हेतु ढेरों शुभकामनाएं दी गयी। सर्वप्रथम यहां आने वाले सभी श्रमिकों को ट्रैन से सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करते हुए उतारा गया एवं स्टेशन परिसर में स्वास्थ्य परीक्षण हेतु बने काउंटर में उनका थर्मल स्कैनिंग व स्वास्थ्य जांच संबंधी अन्य सभी प्रक्रिया पूरी की गई। इसके बाद उन्हें उनके गंतव्य तक जाने हेतु अलग-अलग जिलों की बस में बैठाकर रवाना किया गया।
ज्ञात हो कि बोकारो-03, देवघर-171, दुमका-23, गिरिडीह-32, गोड्डा-639, कोडरमा-261, पूर्वी सिंहभूम-142, पाकुड़-107, साहिबगंज-83, जामताड़ा-46, सरायकेला-11, हजारीबाग-03, राँची-02, सिमडेगा-02, गुमला-01 के अलावे अन्य जगहों के 41 श्रमिक शामिल हैं।
- प्लेटफॉर्म पर जिला तथा रेल पुलिस के पदाधिकारियों के साथ स्वास्थ्य टीम को किया गया था तैनात
घाटकेसर से आने वाले श्रमिकों को लेकर जसीडीह स्टेशन के प्लेटफार्म पर द्विस्तरीय सुरक्षा के प्रबंध किए गए थे। इसके अलावे आने वाले लोगों के स्वास्थ्य जांच व थर्मल स्कैनिंग हेतु स्वास्थ्य टीम की भी तैनाती की गयी थी।
इस दौरान घाटकेसर से आने वाले सभी श्रमिक बंधुओं के बीच नास्ता, पानी, का वितरण करते हुए सभी को 14 दिनों तक होम क्वारंटाइन का अक्षरशः पालन करने का निर्देश दिया गया। साथ हीं सभी मजदूरों को उनके गंतव्य स्थान तक भेजने हेतु प्रयोग किये जाने वाले बसों को पूर्णतः सेनेटाइज्ड कर सोशल डिस्टेंसिंग का ध्यान रखा गया है।
- सुरक्षा के दृष्टिकोण से रेलवे स्टेशन पर एहतियातन उठाये गए सभी कदम
श्रमिकों के आगमन को लेकर जसीडीह रेलवे स्टेशन परिसर को पूर्ण रूप से सैनेटाइजड किया गया था एवं सोशल डिस्टेंसिंग के अनुपालन हेतु जगह-जगह बेरिकेड्स कर गोल घेरा का निर्माण कराया गया था। इसके अलावे सुरक्षित व्यवस्था व विधि-व्यवस्था संधारण हेतु जसीडीह स्टेशन परिसर में पर्याप्त संख्या में चिकित्सकों की टीम के साथ दण्डाधिकारी एवं सुरक्षाकर्मियों की तैनाती पूर्व से ही की गई थी।
- व्यवस्थित रूप से श्रमिकों को सेनेटाइज्ड बस से भेजा गया अपने-अपने गृह जिला की ओर
श्रमिकों के आने के पश्चात सर्वप्रथम स्वास्थ्य जांच के उपरांत सभी के लिए भोजन की व्यवस्था रेलवे स्टेशन पर ही की गई थी, जिसके उपरांत स्टेशन परिसर से अपने-अपने जिलों के लिए निर्धारित सेनेटाइज्ड बसों में मजदूरों को उनके घरों के लिए रवाना किया गया। वहीं इस दौरान सभी प्रवासी श्रमिकों को भोजन का पैकेट, पानी का बोतल आदि भी उपलब्ध कराया गया।
- कोविड-19 से बचाव के इस जंग में बेहतर टीम भावना के साथ कार्य करने वाले सभी अधिकारियों व कर्मियों का आभार
उपायुक्त नैंसी सहाय के द्वारा देवघर जिला के सभी अधिकारियों, चिकित्सक, स्वास्थ्य कर्मियों, सुरक्षाकर्मियों, सफाई कर्मियों, व अन्य सभी कर्मियों के प्रति आभार प्रकट करते हुए कहा गया कि कोविड-19 से बचाव के इस जंग में जिस प्रकार सभी ने बेहतर टीम भावना के साथ कार्य किया है, वह वाकई काबिले तारीफ है। सभी के सहयोग से हीं हम कोरोना नामक इस महामारी का डटकर मुकाबला कर पा रहे हैं। संकट की इस घड़ी में निज हित से परे हटकर सभी बेहतर कार्य कर रहे हैं। आशा है कि इसी प्रकार आप सभी के द्वारा सेवा भाव व टीम भावना के साथ किये गए कार्य व परस्पर सहयोग से हम जल्द हीं कोरोना नामक महामारी को हरा कर इस पर जीत हासिल कर पायेंगे।
इस मौके पर उपरोक्त के अलावे रेलवे के वरीय अधिकारी, अनुमंडल पदाधिकारी, देवघर विशाल सागर, प्रशिक्षु आई.ए.एस रवि आनंद, अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी विकास चंद्र श्रीवास्तव, जिला परिवहन पदाधिकारी फिल्ब्यूश बारला, प्रखंड विकास पदाधिकारी, देवघर, अंचलाधिकारी, देवघर सहित विभिन्न अधिकारी, कर्मी आदि उपस्थित थें।