धनबाद/गिरिडीह/बोकारो : लोक अस्था के महापर्व छठ का आज उदीयमान सूर्य को अर्घ्य देने के साथ ही समापन हो गया. छठ घाटों पर लोगों की भीड़ देखने को मिली. श्रद्धालु उगते हुए सूर्य की एक झलक पाने के लिए लोग बेताब थे. जैसे ही भगवान भास्कर का दर्शन पाए श्रद्धा पूर्वक अर्घ्य का प्रारंभ कर दिया और अपनी मनोकामनाओं को भगवान भास्कर के सामने वर मांगते हुए पूजन करते हुए देखा गया.
छठ महापर्व पर कार्मिक नगर स्थित मोती नगर में श्री विला अपाटमेंट के छत पर बने छठ पूजन कुंड में उदीयमान सूर्य को श्रद्धा से छठव्रती गीता शर्मा ने अर्घ्य दिया. अपार्टमेंट के सारे फ्लैट में रहने वाले पुरुष महिलाएं बच्चे, रिश्तेदार मित्रगण समेत कॉलोनी के श्रद्धालु अर्घ्य के समय शामिल हुए. इस अवसर पर छत को झालर, लाइटों एवं कागज के रंगीन आकृतियों से बच्चों ने सजाया था.
गीता शर्मा ने बताया कि मां छठ मैया की पूजा अर्चना सारे परंपरागत विधि विधान से कर रहीं हूं. छठ पूजा में कुंड को स्वछता पूर्वक बनाकर गंगाजल अर्पित कर सूर्य भगवान को अर्घ्य दी हूं. उन्होंने कहा कि घाट पर ज्यादा भीड़ होती है इससे बचने के लिए छत पर पूजा कर रही हूं. इससे एक तो शांत मन से पूजा होती है और दूसरा सूर्य देव के दर्शन अच्छे से होते हैं. छठी मैया मेरे परिवार रिश्तेदार समेत सभी सहयोगियों को उन्नति, खुशहाली खुशियां दे यही हार्दिक कामना है.
वहीं गिरिडीह उपायुक्त नमन प्रियेंस लकडा, पुलिस कप्तान दीपक कुमार शर्मा ने सुरक्षा पर खुद नजर बनाए हुए थे. उदीयमान सूर्य को अर्घ्य देने के साथ लोक आस्था का महापर्व छठ समाप्त हुआ.
चार दिनों तक चलने वाले छठ महापर्व को लेकर बोकारो के लोगों में भी काफी उत्साह नजर आ रहा था. शुक्रवार को नहाय खाय, शनिवार की शाम खरना अनुष्ठान, रविवार को अस्ताचलगामी सूर्य को अर्घ्य और सोमवार को उदयीमान सूर्य को अर्घ्य देने के साथ ही छठ व्रतियों ने हवन-पूजन अनुष्ठान करते हुए महापर्व का समापन किया. जिले के गरगा छठ घाट, चास छठ घाट, ब्राह्मण द्वारिका तालाब सहित बेरमो कोयलांचल के दामोदर नदी के किनारे में छठ व्रतियां बड़ी संख्या में उपस्थित होकर भगवान सूर्य को अर्घ्य अर्पित किया और अपने परिवार सहित सभी पर अपनी कृपा दृष्टि बनाए रखने को लेकर महापर्व छठ की उपासना का समापन किया.
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