रांची : आईटी एक्ट के तहत ठगी के शिकार एक व्यक्ति ने साइबर थाना में मामला दर्ज कराया था. सिसई, गुमला के रहने वाले पीड़ित के दिए गए लिखित आवेदन के आधार पर काण्ड दर्ज किया गया. इसके बाद अनुसंधान करते हुए मामले में एक साइबर अपराधी को गिरफ्तार किया गया है. पुलिस ने बताया कि अभियुक्तो द्वारा फर्जी एचडीएफसी कार्पोरेट बैंक लिमिटेड में लीगल मैनेजर के पद पर तथा एक अन्य व्यक्ति गौरव कुमार डे को बिजनेस मैनेजर के पद पर ज्वाईन करवाया गया. इसी प्रकार इनलोगों ने कई अन्य व्यक्तियों को खुद को HDFC बैंक का अधिकारी बताकर फर्जी नौकरी भी दी. जिसमें HDFC बैंक का फर्जी Email Address 1 [email protected], [email protected], 3. [email protected], 4. [email protected], 5. [email protected] बनाकर ज्वाइनिंग एवं टारगेट से संबंधित ईमेल भेजते थे. HDFC बैंक का इंप्लाई आईडी कार्ड भी देते थे.
टारगेट देकर कराते थे ठगी
टारगेट के नाम पर न्यूनतम राशि 25,000/रू एवं अधिकतम राशि 5,00,000/रू आम लोगों को समझा-बुझाकर अपने झांसे में लेकर खाते खुलवाना तथा लोन दिलवाने के नाम पर पैसे लेने का काम देते थे. इन पैसों को अभियुक्तके बताए विभिन्न UPI आईडी पर भेज देते थे. इस प्रकार अभियुक्तों द्वारा कई व्यक्तियों को HDFC बैंक में फर्जी नौकरी देकर उनके द्वारा 50-60 लोगों को बैंक में खाता खुलवाने एवं लोन Sanction के नाम पर कुल 25,65,972/रु (पच्चीस लाख पैसठ हजार नौ सौ बहत्तर रूपये ठगी कर लिया गया. अनुसंधान के क्रम में एक साईबर अपराधकर्मी को गिरफ्तार किया गया. अब तक के अनुसंधान व पूछताछ में यह बात सामने आयी है कि ये लोग फर्जी एचडीएफसी बैंक का अधिकारी बन कर लोगों को फर्जी नौकरी के नाम पर पैसे की ठगी का काम करते थे. गिरफ्तार अभियुक्त का नाम विकास घर लाल, न्यू एचबी रोड, कोकर चौक रांची का रहने वाला है. उसके पास से पुलिस को एक मोबाइल, एक सिम और 2 एटीएम कार्ड मिले है. आधार कार्ड, वोटर कार्ड, पासबुक और चेकबुक भी मिला है.