Joharlive Team
चतरा। समाहरणालय स्थित सभा कक्ष में उपायुक्त दिव्यांशु झा ने गुरुवार को स्वास्थ्य विभाग से जुड़े जिले में संचालित सम्पूर्ण कार्यों का गहन समीक्षा किया। इनमें मुख्य रूप से HMIS, VHSND, MDR ,oa CDR, IDSP ,oa TB, सदर अस्पताल-सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र के कार्यों एवं व्यस्थाओं को दुरुस्त करने के उद्देश्य से उपायुक्त द्वारा यह मासिक समीक्षा बैठक की गई।
समीक्षा के क्रम में उपायुक्त ने HMIS का CSC वार समीक्षा किया। उपायुक्त ने कहा कि HMIS रजिस्ट्रेशन में अक्टूबर माह की तुलना में काफी सुधार हुआ है, इसी प्रकार से निरंतरता बनाए रखते हुए HMIS रजिस्ट्रेशन एंट्री करना सुनिश्चित करें।
ए०एन०सी रिजिस्ट्रेशन की समीक्षा में पिछले माह की तुलना में इस माह रजिस्ट्रेशन कम पाए जाने पर एम०ओ०आई०सी टंडवा, हंटरगंज से उपायुक्त द्वारा इसका कारण पूछते हुए जल्द सुधार का निर्देश दिया। साथ हीं सभी सीएससी केंद्र को निर्देशित किया गया कि वह ए०एन०सी रजिस्ट्रेशन लगातार करें।
फूड इम्यूनाइजेशन को लेकर सभी एम०ओ०आईं०सी से जानकारी लेते हुए, पूर्ण रिपोर्ट बनाने का निर्देश दिया गया। वहीं वैक्सीन स्टॉक, वैक्सीन डिस्पैच, कोल्ड चेन केंद्र का निरीक्षण एवं समीक्षा करने हेतु भी उपायुक्त ने कई आवश्यक निर्देश दिए।
जिले में संचालित 127 ममता वाहन की पूर्ण जानकारी उपायुक्त ने लिया। साथ हीं ममता वाहन को दी जाने वाली राशि की भी जानकारी लिया। समीक्षा के क्रम में ममता वाहन के लौटने की राशि के भुगतान में समस्या को लेकर उपायुक्त ने विभिन्न पंचायत में ग्राम सभा से पारित कर आवेदन करने को कहा, जिससे डीएमएफटी की राशि से ममता वाहन के वापसी की राशि का भुगतान किया जा सके।
बैठक में आर०बी०एस०के की रिपोर्ट नही उपलब्ध कराने को लेकर संबंधित अधिकारी पर उपायुक्त ने नाराजगी व्यक्त करते हुए अगली समीक्षा बैठक से आर०बी०एस०के रिपोर्ट प्रस्तुत करने का निर्देश दिया।
बैठक में उपस्थित सभी एमओआईसी को सीएचसी केंद्रों पर मरीजों के उचित इलाज, गर्भवती महिलाओं को दिए जाने वाले सभी प्रकार के टेस्ट-आयरन की गोली देने समेत अन्य दिए जाने वाले सुविधाएं सुनिश्चित करने को कहा। साथ हीं क्षेत्र निरीक्षण करना एवं सभी कर्मियों से समन्वय बनाए रखते हुए कार्य करने को कहा।
बैठक में इंस्टिट्यूशनल डिलीवरी, रूटीन इम्मयूनाईजेसन, कम्पलीट इम्मयूनाईजेसन, हेपेटाइटिस बी समेत अन्य को लेकर आकड़ों के तहत विस्तृत जानकारी लेते हुए उपायुक्त ने कई आवश्यक निर्देश दिए। उपायुक्त ने डिलीवरी, इस्टीट्यूशनल डिलीवरी समेत अन्य कार्यों की पूर्ण जानकारी एच०एम०आई०एस (हेल्थ मैनेजमेंट इन्फॉर्मेशन सिस्टम) वेब पोर्टल में लगातार अपडेट करने का निर्देश दिया। वहीं समीक्षा उपरांत उपायुक्त ने कहा कि इंस्टिट्यूशनल डिलीवरी में वृद्धि हुई है, परंतु वैसे प्रखंड जहां इंस्टिट्यूशनल डिलीवरी अब भी कम है, उनमें सुधार करने एवं निजी अस्पतालों में भी होने वाले इंस्टिट्यूशनल डिलीवरी का भी आकड़ा तैयार रखने का निर्देश दिया। जिससे संपूर्ण इंस्टिट्यूशनल डिलीवरी का आकड़ा रखा जा सके।
इसके अलावे बीपी चेकअप, हेमोग्लोबिन समेत अन्य टेस्ट की पूर्ण विवरणी गर्भवती महिलाओं के कार्ड में एवं आरसीएच रजिस्टर पर अवश्य दर्ज करने को कहा गया। आंगनबाड़ी केंद्र में भी मौजूद रजिस्टर में जानकारी भरने को कहा गया।
डेटा अपडेशन के कुछ मामलों में संतोषजनक अपडेशन नही पाते हुए उपायुक्त ने नाराजगी व्यक्त करते हुए संबंधित एमओआईसी को ससमय डेटा उपडेशन सुनिश्चित कराने का निर्देश दिया।
डक्त् एवं ब्क्त् से संबंधित समीक्षा करते हुए उपायुक्त ने पोस्टमार्टम रिपोर्ट देख सभी मृतकों के कारणों की सम्पूर्ण जानकारी लिया। साथ हीं मैटर्नल मृत्यु के विषय पर भी विचार विमर्श करते हुए उपायुक्त ने कई आवश्यक निर्देश दिए। उपायुक्त ने कहा कि हमे एक-एक मृत्यु पर गहन समीक्षा की आवश्यकता है, जिससे इस प्रकार के मामले को पूर्णतया रोका जा सके।
कोविड-19 सैंपल को लेकर उपायुक्त ने रोजाना भेजे जा रहे सैंपल, पाए जा रहे मामले, कोविड केयर सेंटर की पूर्ण जानकारी लिया। साथ हीं उन्होंने कॉन्टैक्ट ट्रेसिंग को लेकर कई आवश्यक निर्देश दिए।
उपायुक्त ने जिले में निमार्णाधीन सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र/आंगनबाड़ी केंद्र को जल्द पूर्ण कर उसे सौंपने का निर्देश जिला परिषद के अभियंता को दिया। जिससे उन भवनों का क्रियान्वयन प्रारंभ किया जा सके। वहीं नए भवनों की आवश्यकताओं को भी चिन्हित कर प्रस्ताव भेजने का निर्देश सभी एम०ओ०आई०सी० को दिया गया।
बैठक में मुख्य रूप से सिविल सर्जन चतरा, अरुण कुमार पासवान, उपाधीक्षक सदर अस्पताल, डॉ हरिद्वार सिंह, सहायक अभियंता, जिला परिषद, डीपीएम, डीपीसी, सभी एम०ओ०आई०सी, एस्पिरेशनल डिस्ट्रिक्ट फेलो, डीडीएम समेत अन्य संबंधित स्वास्थ्य विभाग के चिकित्सक-स्वास्थ्य कर्मी मौजूद थे।