रांचीः सिमडेगा एसपी शम्स तबरेज की मुश्किलें बढ़ती दिखाई दे रही हैं. चोरी के गहने गायब करने के मामले में झारखंड पुलिस मुख्यालय ने सीआईडी की जांच रिपोर्ट और डीआईजी रांची की रिपोर्ट गृह विभाग को भेज दी है. इस मामले में गृह विभाग को अब विभागीय कार्रवाई पर फैसला लेना है. वहीं मामले में जेल भेजे गए आरोपियों पर आज चार्जशीट दायर होगी.
आज दर्ज होगी आरोपियों पर चार्जशीट
सीआईडी के द्वारा रायपुर से चोरी की चांदी की बांसजोर में बरामदगी के मामले में पूर्व में सिमडेगा पुलिस के द्वारा जेल भेजे गए चार आरोपियों के खिलाफ चार्जशीट दायर की जाएगी. सीआईडी के अधिकारियों के मुताबिक, आरोपियों को जेल भेजने के 60 दिनों के भीतर चार्जशीट दायर करना अनिवार्य है. ऐसे में सीआईडी आज चार आरोपियों पर चार्जशीट दायर करेगी.
सीआईडी से मांगी गई थी रिपोर्ट
झारखंड पुलिस मुख्यालय ने चोरी की चांदी को पुलिसकर्मियों के द्वारा खपाने और फिर इसी मामले में आरोपी दारोगा और एसपी की कथित बाचतीत के ऑडियो वायरल होने के मामले में सीआईडी से रिपोर्ट मांगी थी. सीआईडी ने इस संबंध में मंगलवार को रिपोर्ट पुलिस मुख्यालय को भेज दी थी. पुलिस मुख्यालय ने सीआईडी की जांच रिपोर्ट व डीआईजी रांची की रिपोर्ट गृह विभाग को भेज दिया। इस मामले में गृह विभाग को अब विभागीय कार्रवाई पर फैसला लेना है।
कार्रवाई हुई तो एसपी नहीं बन पाएंगे डीआईजी
शम्स तबरेज 2008 बैच के आईपीएस अधिकारी हैं. 2008 बैच के आईपीएस अधिकारियों का प्रमोशन 2022 में होना है, ऐसे में अगर उन पर कार्रवाई होती है तो उनका डीआईजी बनने का सपना अधूरा ही रह जाएगा. अगर शम्स तबरेज पर विभागीय कार्रवाई चली तो उनका प्रमोशन डीआईजी रैंक में नहीं हो पाएगा.
ऑडियो वायरल होने के बाद विवादों में आए एसपी
पूरे मामले में आरोपी एसआई आशीष कुमार के भाई ने सीआईडी और राज्य के आला अधिकारियों को एसपी शम्स तबरेज और आशीष कुमार के बातचीत की एक कथित ऑडियो दी थी. इस ऑडियो में एसपी के द्वारा एफआईआर करने और कुछ हटाने का निर्देश दिया गया है. माना जा रहा है कि ऑडियो में सिमडेगा एसपी के द्वारा ही थानेदार को निर्देश दिया गया था कि वह बरामद जेवर में से कोई हटा ले. एसपी के आदेश पर ही थानेदार ने जेवर गायब किए थे. सिमडेगा एसपी पर थानेदार आशीष कुमार के परिजनों ने कई तरह के आरोप लगाए हैं.