JoharLive Team
रांची. युवा दिवस के मौके पर स्वामी विवेकानंद की जयंती पूरे शहर में धूमधाम से मनाई गई। इस मौके पर बड़ा तालाब के बीचों-बीच लगे स्वामी विवेकानंद की आदमकद प्रतिमा पर पुष्पांजलि अर्पित करने पहुंचे मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने भी स्वामी जी को युवाओं का प्रेरणास्रोत बताया। उन्होंने कहा कि स्वामी विवेकानंद किसी परिचय के मोहताज नहीं है। सवा सौ साल पहले ऐसा व्यक्ति इस सृष्टि में जन्म लिया जिन्होंने अपनी सोच, विचार और अद्भुत कार्य क्षमता से पूरे विश्व में अपनी अलग पहचान बनाई। दुनिया को एक नई दिशा दी । नौजवानों को ऊर्जा से भर दिया। नकारात्मकता को लोगों के अंदर से दूर कर दिया।
मुख्यमंत्री ने कहा कि यह विचार सिर्फ आम लोगों के लिए नहीं, हमारे जैसे जिम्मेदार लोगों पर भी लागू होता है। मुख्यमंत्री ने कहा कि स्वामी विवेकानंद ने पूरी दुनिया पर अपने कर्मों की छाप इस तरह छोड़ी कि उसकी मिसाल आज भी लोग देते हैं और सदियों तक देते रहेंगे। स्वामी जी ने झारखंड के नाम को भी अंकित करते हुए कई उदाहरण दिए हैं। इसलिए उन्हें लोग आध्यात्मिक गुरु के रूप में भी जानते हैं। उन्होंने युवाओं को आह्वान करते हुए कहा कि नौजवानों के हाथों में परिवर्तन की ताकत होती है। समाज और देश को बदलने की क्षमता होती है। इसलिए स्वामी जी के बताएं मार्गो पर चलकर नौजवान एक बेहतर भविष्य का निर्माण कर सकते हैं। हमें इतिहास के पन्नों से सीख लेकर आगे बढ़ने की जरूरत है , निश्चित ही हर कठिन परिस्थितियों में भी सफलता प्राप्त होगी।
इससे पूर्व कांग्रेस कोटे से मंत्री बने रामेश्वर उरांव ने भी स्वामी जी को दुनिया में बड़े बदलाव का पुरोहित बताते हुए कहा कि जब देश दुनिया भेदभाव में फंसा था, तब स्वामी जी ने अमेरिका के शिकागो में अपने भाषण के पहले शब्द भाइयों और बहनों से शुरू करते हुए पूरी दुनिया को एक सूत्र में पिरो दिया था। उन्होंने बता दिया कि भारत ही दुनिया का सिरमौर है, जहां पूरी दुनिया को परिवार माना जाता है।
मुख्यमंत्री ने बड़ा तालाब का अवलोकन करने के बाद वहां की दुर्दशा देख अधिकारियों को फटकार भी लगाई। उन्होंने कहा कि बड़ा तालाब अपने आप में ऐतिहासिक स्थल है। इसे पर्यटन स्थल के रूप में विकसित करते हुए आध्यात्मिक स्थल भी बनाया जा सकता है, लेकिन इसके लिए सही प्लानिंग की जरूरत है। उन्होंने अधिकारियों को तालाब के अंदर फैले जलकुंभी निकालने , पूरी संरचना को व्यवस्थित करने, पौधारोपण करने का निर्देश दिया। साथ ही स्वामी विवेकानंद की प्रतिमा स्थल को आम लोगों के लिए हमेशा के लिए खोलने का भी निर्देश दिया। वहां घूमने आने वाले लोगों के लिए शौचालय , प्याऊ सहित सुरक्षा व्यवस्था भी उपलब्ध कराने का निर्देश दिया।