जमशेदपुर: बहुत जल्द टाटानगर रेलवे स्टेशन अपने नए रूप में नजर आएगा. लगभग 500 करोड़ की लागत से टाटानगर रेलवे स्टेशन का जीर्णोद्धार होने वाला है. इसे लेकर चक्रधरपुर डिवीजन के डीआरएम अरुण जे राठौर ने टाटानगर व स्टेशन से सटे क्षेत्रों का निरीक्षण किया. उन्होंने कहा कि टाटानगर रेलवे स्टेशन का दायरा बढ़ाने की तैयारी रेल प्रबंधन द्वारा शुरू कर दी गई है. स्टेशन के मुख्य द्वार के बाहर मुख्य सड़क को भी स्टेशन के दायरे में शामिल किया जाएगा. इतना ही नहीं कीताडीह जाने वाले मुख्य मार्ग रनिंग रूम तक टाटानगर रेलवे स्टेशन का विस्तार होगा. इसके अलावा टिकट काउंटर को सेकेंड एंट्री गेट पर ले जाने का प्लान तैयार किया जा रहा है.
जल्द तैयार होगा डीपीआर
बता दें कि कोलकाता गार्डन रीच, सीकेपी डिवीजन और दिल्ली से संबंधित पदाधिकारी ने डीपीआर तैयार करने को लेकर क्षेत्र का निरीक्षण किया. डीआरएम ने कहा कि 2 से 3 महीने में डीपीआर तैयार होने की संभावना है. डीपीआर रेलवे बोर्ड के पास भेजा जाएगा. टाटानगर रेलवे स्टेशन के दोनों छोर पर 300 से 400 मीटर रेलवे लाइन है. जिसका इस्तेमाल यात्री सुविधाओं के साथ-साथ रेलवे कामर्शियल डिपार्टमेंट के लिए भी किया जाएगा.
बीजेपी कार्यकर्ताओं को फटकार
डीआरएम निरीक्षण के दौरान टाटानगर रेलवे ओवर ब्रिज की समस्या से अवगत करान के लिए भाजपा कार्यकर्ता पहुंचे. डीआरएम ने उन्हें जमकर फटकार लगाई. वहीं आक्रोशित भाजपा कार्यकर्ताओं का कहना है कि वे इसकी शिकायत रेल मंत्री से करेंगे. बता दें कि डीआरएम के आने की सूचना पर शहरवासियों की ज्वलंत समस्या को लेकर सिख भाजपाइयों का एक प्रतिनिधिमंडल उनसे मिलने टाटानगर स्टेशन पहुंचा. एक नंबर प्लेटफॉर्म में मुख्य द्वार के सामने डीआरएम को प्रतिनिधिमंडल ने टाटानगर रेलवे ओवरब्रिज पर गड्ढों से शहरवासियों को हो रही परेशानी से अवगत कराया. साथ ही बताया कि इन गड्ढों के कारण वाहन पलट रहे हैं. वे लोग डीआरएम से बात कर रहे थे तभी आरपीएफ एएसआई ने सिख नेता सतबीर सिंह सोमू की बात का कुछ रिएक्ट किया. सोमू ने एएसआई की क्लास लगाई. सोमू का तर्क था कि वह अधिकारी के पास अपनी बातें रख रहे हैं. बस फिर क्या था डीआरएम ने सोमू को फटकार लगा दी. इसके बाद सभी डीआरएम से उलझने लगे. हालांकि डीआरएम ने उन्हें आश्वासन दिया कि वे मामले में गंभीर हैं.