Joharlive Team
रामगढ़। झारखंड पुलिस हमेशा सुर्खियों में रहती है। चाहे वह नेक काम हो या मानवता को शर्मसार करने वाला। दोनों मामले में ही झारखंड पुलिस सुर्खियों में नजर आती हैं। ऐसा ही मामला देर रात रामगढ़ जिले के मांडू थाना क्षेत्र में देखने को मिला, जहां दुर्घटना में बाइक सवार युवक की मौत हो गई थी। गाड़ी और एंबुलेंस के अभाव में अस्पताल से स्ट्रेचर पर शव को बांध कर थाने ले गई। शव को ऐसे ले जाते जिसने भी देखा वह सरकार के साथ-साथ प्रशासन की दुहाई देता नजर आया।
गिद्दी निवासी सीसीएल कर्मी व मृतक रामेश्वर राम अपनी बाइक से तापीन कोलियरी से अपने दोस्त के साथ अलग-अलग बाइक से ड्यूटी खत्म कर घर लौट रहा था। इस बीच राजकीय मध्य विद्यालय के पास मांडू फोरलेन चौराहा सड़क को पार करने के दौरान वह हजारीबाग से रामगढ़ की ओर तेजी से जा रहे ट्रक की चपेट में आ गया। जिससे उसकी मौत घटनास्थल पर ही हो गई। हादसे के बाद पुलिस को इसकी जानकरी दी गई। पुलिस ने वहां पहुंचकर शव को एंबुलेंस और गाड़ी की व्यवस्था न मिलने पर स्ट्रेचर से बांधकर शव को थाने ले गई।
इस मामले में मांडू पुलिस स्वास्थ्य विभाग को दोषी ठहराया गया है। हालांकि कैमरे में बोलने के लिए मांडू पुलिस का कोई भी अधिकारी तैयार नहीं है और ना ही कैमरे के सामने इन लोगों ने कुछ भी कहा।