लातेहार : जिला के बालूमाथ प्रखंड क्षेत्र स्थित रामघाट नदी की धारा मोड़कर एवं वन भूमि में कई पेंडो को काटकर तेतरियाखांड कोलियरी में ट्रांसपोर्टिंग सड़क बनाया जा रहा है. इसको लेकर तेतरियाखांड कोलियरी में चलने वाले बालूमाथ एवं बसिया के सैकड़ों ट्रक मालिकों ने रामघाट नदी पहुंचकर विरोध जताया और सीसीएल प्रबंधन के खिलाफ जमकर नारेबाजी की.
ट्रक मालिकों ने सीसीएल प्रबंधन कर खिलाफ नारेबाजी कर विरोध जताया. मौके पर ट्रक मालिकों ने जानकारी देते हुए कहा कि देर रात सीसीएल प्रबंधन के गार्ड एवं सिविल इंजीनियर द्वारा रामघाट नदी की ओर से वन भूमि पर कई पेड़ों को काटकर जेसीबी की मदद से तेतरियाखांड कोलियरी प्रवेश हेतु नया रास्ता का निर्माण कराया जा रहा था, जिसे देख कुछ ट्रक मालिकों ने विरोध जताया.
मामला फंसता देख सीसीएल कर्मी मौके पर से भाग निकले. बताया गया कि पीएनएम कंपनी और सीसीएल की मंशा है कि नए रास्ते के सहारे हाइवा का प्रवेश कराया जाए. तेतरियाखांड कोलियरी में 600 से अधिक ट्रक चलते हैं, जिनसे लोगों को रोजगार मिलता है. सीसीएल हम लोगों का रोजगार छिनना चाहती है. हमलोग ऐसा होने नही देंगे. वहीं, बालूमाथ ट्रक ऑनर एसोसिएशन अध्यक्ष संजीव सिन्हा ने कहा कि रात के अंधेरे में नदी की धारा के साथ छेड़छाड़ करते हुए वन भूमि पर कई पेड़ों को काट दिया गया है.
उन्होंने कहा कि आम नागरिक अगर जलावन के लिए लकड़ी लाता है तो उसके ऊपर एफआईआर हो जाता है, लेकिन अब देखना है कि इस पर क्या कार्रवाई होती है, क्योंकि इसमें कई बड़ी-बड़ी कंपनियों का नाम आ रहा है. वहीं, विस्थापित गंगेश्वर यादव ने कहा कि वन भूमि में कई पेड़-पौधों को काटकर एवं प्रकृति के साथ खिलवाड़ करते हुए रामघाट नदी की मुख्य धारा को मोड़कर ट्रांसपोर्टिंग रोड बनाने का प्रयास किया जा रहा है.