रांचीः सीबीएसई 10वीं और 12वीं की सेकंड टर्म की परीक्षाएं शुरू की गई है. रांची के 42 केंद्रों पर 22 हजार परीक्षार्थी परीक्षा में शामिल हो रहे हैं. परीक्षा को लेकर खास इंतजाम किए गए हैं. पिछले 2 वर्षों से कोरोना महामारी के मद्देनजर बच्चों का पठन-पाठन काफी प्रभावित हुआ है. लेकिन धीरे-धीरे चीजें सामान्य हो रही हैं. शिक्षा व्यवस्था पटरी पर आ रही है. झारखंड एकेडमिक काउंसिल मैट्रिक इंटर बोर्ड के साथ-साथ सीबीएसई ओर आईसीएसई बोर्ड ने भी इंटरनल एसेसमेंट के आधार पर विद्यार्थियों को कोरोना काल के दौरान प्रमोट किया था.
लेकिन इस सत्र में जैक, आईसीएसई, सीबीएसई और विभिन्न शिक्षा बोर्ड की ओर से परीक्षाएं आयोजित की जा रही है. एक तरफ जैक मैट्रिक- इंटर की परीक्षाएं 25 अप्रैल को समाप्त हुई हैं तो इधर आईसीएसई दसवीं की परीक्षाएं सोमवार से शुरू हुई हैं. वहीं सीबीएसई की परीक्षाएं मंगलवार से शुरू हुईं.
बताते चलें कि सीबीएसई 10वीं और 12वीं की बोर्ड की परीक्षाएं एक साथ आयोजित हो रही हैं. दसवीं और बारहवीं की सेकंड टर्म की यह परीक्षाएं हैं. इसी परीक्षा के आधार पर विद्यार्थियों के रिजल्ट का प्रकाशन किया जाएगा. गौरतलब है कि फर्स्ट टर्म की परीक्षाएं सीबीएसई बोर्ड की ओर से नवंबर-दिसंबर के बीच ही ली जा चुकी है. रांची के 42 केंद्रों पर 22 हजार विद्यार्थी 10वीं और 12वीं की परीक्षा दे रहे हैं. यह परीक्षा नए पैटर्न के तहत सीबीएसई ले रही है. रांची जोन में गुमला, सिमडेगा, खूंटी, रांची, लोहरदगा, लातेहार, गढ़वा, पलामू जिले हैं.
दसवीं की परीक्षा में करीब 12 हजार और 12वीं बोर्ड के तीनों संकाय में लगभग 10 हजार से अधिक विद्यार्थी परीक्षा में शामिल हो रहे हैं. 26 अप्रैल से शुरू होकर यह परीक्षाएं 24 मई तक आयोजित होगी. परीक्षा एक शिफ्ट से सुबह 10:30 बजे से 12:30 बजे तक संचालित हो रही है. 2nd टर्म की परीक्षाएं सब्जेक्टिव ऑब्जेक्टिव क्वेश्चन बेस्ड हो रही है.
यह परीक्षा कोविड-19 के दिशा निर्देशों का ध्यान रखते हुए आयोजित की जा रही है. छात्रों के लिए फेस मास्क, हैंड सेनेटाइजर, सोशल डिस्टेंसिंग जैसे नियमों का पालन करना अनिवार्य किया गया है. बताते चलें कि नए पैटर्न के तहत यह परीक्षाएं आयोजित हो रही हैं. कक्षा 10वीं और कक्षा 12वीं की परीक्षा 2 टर्म में आयोजित की जा रही है. दोनों टर्म में सीबीएसई का 50 -50 फीसदी सिलेबस कवर किया जा रहा है. पिछले साल एक टर्म की परीक्षाएं ऑब्जेक्टिव टाइप की थी. जिसे पूरा करने के लिए 90 मिनट का समय दिया गया था. जबकि टर्म टू सब्जेक्टिव- ऑब्जेक्टिव टाइप आयोजित की जा रही है. छात्रों को इस टर्म में 2 घंटे का समय दिया जा रहा है.