रांची : नीट पेपर लीक मामले में कार्रवाई जारी है. एक के बाद एक गिरफ्तारी हो रही है. वहीं बुधवार को सीबीआई की टीम ओएसिस स्कूल के प्रिंसिपल एहसान उल हक को साथ ले गई है. ऐसे में कई सवाल उठ रहे है. टीम को कुछ पक्के सबूत हाथ लगे है. जिसके आधार पर प्रिंसिपल को टीम लेकर पटना रवाना हुई है. बता दें कि नीट पेपर लीक मामले की जांच करते हुए बुधवार को सीबीआई की टीम हजारीबाग के ओएसिस स्कूल पहुंची थी. टीम स्कूल में हर तरह से जांच में जुटी थी. वहीं आसपास की सभी चीजों को संदिग्ध नजरों से देख रही थी. इसके बाद ही टीम ने कार्रवाई की है. बता दें कि नीट पेपर लीक मामले में इस स्कूल का नाम सामने आया है. इसके बाद से ही चर्चाओं का बाजार गर्म है कि पेपर लीक इसी स्कूल से हुए है.

बिहार ईओयू की टीम भी पहुंची थी स्कूल

हजारीबाग ओएसिस स्कूल के प्रिंसिपल सह एनटीए सिटी कोऑर्डिनेटर डॉ. एहसान उल हक ने पिछले दिनों बताया था कि एनटीए के दिशा-निर्देशों का पालन करते हुए उन्होंने पांच मई को नीट यूजी परीक्षा आयोजित की थी. पेपर लीक मामले की जांच बिहार ईओयू की टीम कर रही है. हजारीबाग पहुंचकर टीम ने जानकारी जुटाई. इसमें उन्होंने पूरा सहयोग किया. ईओयू की जांच के दौरान कूरियर स्टाफ ने बताया कि प्रश्नपत्रों के बॉक्स तीन मई 2024 को ब्लू डार्ट कूरियर सर्विस द्वारा एसबीआई बैंक (हजारीबाग) में पहुंचाए गए थे. प्रश्नपत्रों के बॉक्स रांची से हजारीबाग कार से लाए गए थे और उन बॉक्सों को ई-रिक्शा से बैंक भेजा गया था.

वहीं डॉ एहसान उल हक ने बताया कि पांच मई 2024 को हजारीबाग में पांच केंद्रों पर नीट यूजी परीक्षा आयोजित की गई थी. 5 मई 2024 को आयोजित नीट प्रश्नपत्र की एक बुकलेट बिहार के पटना में आधी जली हुई मिली थी. इसकी जांच करने ईओयू की टीम 21 जून को हजारीबाग आयी थी. ईओयू जांच टीम के साथ वे नीट पेपर के कस्टोडियन एसबीआई बैंक भी गये थे. 5 मई 2024 को सुबह 7:30 बजे के बाद प्रश्नों के बॉक्स मिलने के बाद उन्होंने पूरी जिम्मेदारी के साथ अपने कर्तव्यों का निर्वहन किया. ईओयू की टीम मामले की जांच कर रही है. जांच पूरी होने के पहले किसी को दोषी ठहराना उचित नहीं है.

 

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