Joharlive Desk
नई दिल्ली। केन्द्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) ने पंजाब नेशनल बैंक (पीएनबी) के साथ करीब 125 करोड़ रुपये के ऋण धोखाधड़ी मामले में तीन अलग-अलग कंपनियों के खिलाफ मामले दर्ज किए हैं। इन तीनों कंपनियाें में दो नागपुर (महाराष्ट्र) और एक फर्म भुवनेश्वर (ओडिशा) में स्थित है।
सीबीआई प्रवक्ता ने बताया कि नागपुर स्थित लिंकसन इस्पात और इनर्जीज प्रा. लि. के अध्यक्ष-सह-प्रबंध निदेशक यशवंत सांगला पर लगभग 93 करोड़ रुपये के कथित धोखाधड़ी के मामले में दो अलग-अलग मामले दर्ज किए गए हैं। लिंकसन इंटरनेशनल लिमिटेड के खिलाफ 62 करोड़ रुपये के घाटे से संबंधित मामला है, जबकि लिंकसन इस्पात और ऊर्जा प्राइवेट लिमिटेड पर 31 करोड़ रुपये से ज्यादा के धोखाधड़ी का आरोप है।
पंजाब नेशनल बैंक का आरोप है कि इन कंपनियों ने कथित रूप से जाली दस्तावेजों के आधार पर सुविधाओं का लाभ उठाया और ऋण की राशि दूसरी कंपनियों में इस्तेमाल किया। बैंक का कहना है कि आरोपित कंपनी के वित्तीय दस्तावेजों पर हस्ताक्षर करने वाले चार्टर्ड अकाउंटेंट संदिग्ध कंपनियों के वित्तीय दस्तावेजों को भी मंजूरी दे रहे थे।इसके बाद ही तीनों कंपनियां संदेह के घेरे में आ गईं।
सीबीआई ने बताया कि एक अलग मामले में भुवनेश्वर स्थित कंपनी ग्लोबल ट्रेडिंग सॉल्यूशंस लिमिटेड और उसके प्रबंध निदेशक अविनाश मोहंती के साथ ही तीन अन्य लोगों के खिलाफ भी मामला दर्ज किया है। इन लोगों ने पंजाब नेशनल बैंक को 31.92 करोड़ से ज्यादा का चूना लगाया है। इस मामले में जिन लोगों को आरोपित बनाया गया है, उनमें बैंक के तीन वरिष्ठ अधिकारी भी आरोपित हैं।
सीबीआई ने मामला दर्ज करने के बाद विशाखापत्तनम, कोलकाता, जम्मू, भुवनेश्वर और कटक में पीएनबी अधिकारियों और कंपनी के अधिकारियों के आधिकारिक और आवासीय परिसरों में छापे मारे। इस दौरान अनेक महत्वपूर्ण दस्तावेज और इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस मिलने का सीबीआई ने दावा किया है।