रांची: DPS के छात्र अंतरिक्ष की मौत का सच सामने लाने के लिए सीबीआई की जांच काफी तेजी से आगे बढ़ रही है. रांची के अरगोड़ा स्थित सड़क जहां अंतरिक्ष की मौत हुई थी वहां सीबीआई की टीम ने क्राइम सीन री-क्रिएट किया है. इसी सड़क पर अंतरिक्ष की सड़क दुर्घटना में मौत हो गई थी लेकिन परिजनों ने हत्या की आशंका जताते हुए सीबीआई जांच की मांग की थी. घटना स्थल पर जाकर जांच कर रही सीबीआई की टीम के द्वारा क्राइम सीन री-क्रिएट करते हुए वीडियोग्राफी भी कराई गई है. सड़क पर जांच के दौरान सीबीआई की टीम ने हर पहलू की जानकारी ली है. गौरतलब है कि डीपीएस स्कूल के छात्र अंतरिक्ष शनिग्रही की संदिग्ध मौत की जांच सीबीआई कर रही है. अंतरिक्ष की मां रूपाली ने इस संबंध में हाईकोर्ट में याचिका दायर की थी.
जिसके बाद हाई कोर्ट ने सीबीआई जांच करवाने को लेकर आदेश दिया था. इससे पहले सीआईडी के तत्कालीन एडीजी अनुराग गुप्ता ने भी अंतरिक्ष शनिग्रह की मौत की जांच सीबीआई से करवाने की अनुशंसा की थी. रांची के अरगोड़ा थाना क्षेत्र में 25 जुलाई 2016 को हुई डीपीएस के छात्र अंतरिक्ष शनिग्रही की संदिग्ध परिस्थिति में मौत के मामले में सीबीआई पटना ने इस मामले में मृत अंतरिक्ष के पिता सुभाशीष शानिग्रही, चाचा देबाशीष शानिग्रही, देबाशीष की पत्नी झरना शानिग्रही, अंतरिक्ष के दादा सुजॉय शानिग्रही को आरोपी बनाया है. अंतरिक्ष की मां और नाना के मुताबिक अंतरिक्ष की मां रूपाली और पिता सुभाशीष के बीच आपसी मतभेद था.
दोनों अलग हो गए थे. अंतरिक्ष अपनी मां के साथ रहकर डीपीएस में पढ़ता था. मां का आरोप था कि अंतरिक्ष पढ़ाई के लिए पिता से खर्च मांगता था. जिससे वे लोग नाराज रहते थे. संपत्ति में हिस्सा न मिले इसलिए उसकी गाड़ी में धक्का मारकर उसकी हत्या करवा दी गई. अंतरिक्ष की मौत को उस समय पुलिस ने सड़क हादसा माना था. जबकि घटना के बाद से ही मृतक की मां यह आरोप लगा रही है कि एक साजिश के तहत अंतरिक्ष को रास्ते से हटाया गया है.
25 जुलाई 2016 की रात 8.15 बजे रांची के अरगोड़ा चौक से बिरसा चौक के रास्ते में मोटरसाइकिल सवार अंतरिक्ष गंभीर अवस्था में मिला था. इलाज के क्रम में 27 जुलाई 2016 को अंतरिक्ष की मौत हो गई थी. अंतरिक्ष की मां रूपाली महंती ने पिता सुभाशीष शनिग्रही, देवाशीष शनिग्रही, सुजय चंद्र शनिग्रही और झरना शनिग्रही पर कोर्ट कंप्लेन के जरिए हत्या को अंजाम देने की प्राथमिकी दर्ज करवायी थी. पूर्व में अंतरिक्ष के मौत की पूरी जांच रांची पुलिस और सीआईडी के द्वारा की जा चुकी है. दोनों ही जांच में हत्या के सबूत नहीं मिले हैं.
अरगोड़ा पुलिस ने केस को किया था बंद
अंतरिक्ष के मौत के मामले में अरगोड़ा थाना में एफआईआर दर्ज हुई थी. एफआईआर में अज्ञात कार चालक पर मोटरसाइकिल सवार अंतरिक्ष को धक्का मारने का जिक्र था. अनुसंधान के बाद पुलिस ने मामले को दुर्घटना का मामला मानते हुए जांच की. फिर केस को सत्य लेकिन सूत्रहीन बताते हुए जांच बंद कर दिया. बाद में रूपाली महंती ने जनसंवाद में भी शिकायत किया, जिसमें उन्होंने अपने पति सुभाशीष पर ही षडयंत्र कर हत्या की साजिश रचने का आरोप लगाया. जनसंवाद में मुख्यमंत्री के आदेश के बाद 28 मार्च 2018 को सीआईडी ने जांच शुरू की थी.
सीआईडी को भी हत्या के सबूत नहीं मिले
सीआईडी में एसपी पी मुरूगन के पर्यवेक्षण में जांच शुरू हुई. डेढ़ साल चले जांच में सीआईडी को अभियुक्तों के खिलाफ कोई साक्ष्य नहीं मिला. जिससे यह पुष्टि होती की दुर्घटना कर अंतरिक्ष की हत्या को अंजाम दिया गया. सीआईडी को इस संबंध में कोई प्रत्यक्ष या अप्रत्यक्ष साक्ष्य नहीं मिला है.