रांची। केंद्रीय जांच एजेंसी (सीबीआई ) ने ईस्टर्न कोल फील्ड्स (ईसीएल) के महाप्रबंधक, मुख्य प्रबंधक सुरक्षा, प्रोजेक्ट ऑफिसर समेत 7 लोगों को गिरफ्तार किया है। सीबीआई की तरफ से कोयले की अवैध बक्री और रेलवे साइडिंग से कोयले के गायब होने के मामले पर 27 नवंबर 2020 को प्राथमिकी दर्ज की गयी थी। इसमें केंद्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल के दो आरक्षी निरीक्षक, सुरक्षा प्रबंधक, मुख्य सुरक्षा प्रबंधक, ईसीएल के दो महाप्रबंधक स्तर के अधिकारियों को आरोपी बनाया गया था।
पश्चिम बंगाल के आसनसोल के विशेष अदालत में गिरफ्तार आरोपियों को सीबीआइ ने प्रस्तुत करने के बाद 5 दिनों के न्यायिक हिरासत में भेज दिया है। इसको लेकर सीबीआई की तरफ से पश्चिम बंगाल, झारखंड, बिहार, यूपी के कई ठिकानों पर सर्च अभियान चला कर आरोपियों की धर पकड़ सुनिश्चित की गयी थी। सीबीआइ का कहना है कि मई 2020 के बाद से रेलवे साइडिंग, केंद्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल के आरक्षी निरीक्षकों, ईस्टर्न कोल फील्ड्स लिमिटेड के अधिकारियों ने कायले के स्टॉक में भारी गड़बड़ी की. इतना ही नहीं सिंडिकेट में शामिल लोगों ने लाखों टन कोयला 2020 के बाद निजी कंपनियों को बेच डाला. इसमें रेलवे के अधिकारी भी शामिल थे।
ईसीएल के खदानों से कोयले की माइनिंग लीज होल्ड क्षेत्र से अलग हट कर की गयी। इस कोयले को बाद में रेलवे की साइडिंग में रखा गया और इसे बेच दिया गया।ईसीएल के अधिकारियों, प्रोजेक्ट मैनेजरों ने लीज होल्ड एरिया से रेलवे साइडिंग तक अवैध कोयले को खपाने की कोशिश की। निजी लोगों को कोयले की आपूर्ति कर लाखों का घोटाला किया गया। इसमें रेलवे साइडिंग में भी अवैध ट्रांसपोर्टिंग में लगे लोगों को सुरक्षा कर्मियों द्वारा प्रोटेक्शन देते हुए धंधे को बढ़ावा दिया गया। अवैध कोयले के खेल में शामिल बड़े कारोबारियों और निजी लोगों को सीबीआइ खोज रही है।