रांची: हेमंत सोरेन सरकार के खिलाफ साजिश से जुड़े कैश कांड में ईडी कांग्रेस के तीनों निलंबित विधायकों इरफान अंसारी, राजेश कच्छप और नमन विक्सल कोंगाड़ी को ईडी ने दोबारा समन जारी कर दिया है. 6, 7 और 8 फरवरी को क्रमशः तीनों निलंबित विधायकों से ईडी पूछताछ करेगी. मिली जानकारी के अनुसार ईडी के तरफ से तीनों विधायकों को दोबारा समन भेज
दिया गया है.
ईडी के द्वारा जारी समन में इरफान अंसारी को 6 फरवरी को राजेश कच्छप को 7 फरवरी और नमन विक्सल कों गाड़ी को एजेंसी के दफ्तर पहुंचना है. इससे पहले भी ईडी ने तीनों निलंबित विधायकों को समन भेजा था. पहले ईडी के समन पर कांग्रेस से निलंबित विधायक इरफान अंसारी 13 जनवरी को और राजेश कच्छप 16 जनवरी और राजेश 17 जनवरी को अनुपस्थित रहे थे. तीनों ने अपने वकील के माध्यम से ईडी से दो सफ्ताह का समय मांगा था.
ईडी ने सरकार के खिलाफ साजिश मामले में ही 24 दिसंबर को मामले के शिकायतकर्ता कांग्रेस के बेरमो विधायक अनूप सिंह से तकरीबन दस घंटे पूछताछ की थी. पूछताछ में अनूप सिंह ने जो तथ्य एजेंसी को दिए हैं, उसका सत्यापन और मिलान तीनों आरोपी विधायकों से की जाएगी. ईडी सूत्रों के मुताबिक, एजेंसी अगले सफ्ताह विधायकों से पूछताछ करेगी.
हावड़ा में तीनों विधायकों को जब गिरफ्तार किया गया था, तब उनके पास से पुलिस ने 48 लाख रुपये बरामद किए थे. बंगाल पुलिस की सीआईडी की जांच में यह बात सामने आयी थी कि विधायकों ने कोलकाता के ही शेयर ट्रेडर महेंद्र अग्रवाल पैसे लिए थे. महेंद्र अग्रवाल ने पैसे क्यों दिए इन पहलूओं पर भी ईडी जांच करेगी. हालांकि तीनों विधायकों ने बताया था कि आदिवासी दिवस के लिए उन्हें साड़ी और कंबल की खरीदारी करनी थी, इसलिए वह पैसे लेकर कोलकाता गए थे, लेकिन एजेंसी यह जांचेगी कि पैसों से खरीदारी करनी थी तो बगैर कुछ खरीदे तीनों विधायक वापस झारखंड क्यों लौट रहे थे. वहीं बंगाल पुलिस सेभी ईडी संबंधित दस्तावेज हासिल करेगी.
दरअसल 30 जुलाई को कोलकाता में झारखंड कांग्रेस के तीन विधायक इरफान अंसारी, राजेश कच्छप और नमन विक्सल कोंगाड़ी को 48 लाख रुपये के साथ गिरफ्तार किया गया था. इस मामलेमें अनूप सिंह के बयान पर रांची के अरगोड़ा थाना में जीरो एफआईआर 31 जुलाई को दर्ज किया गया था. जिसके बाद तीनों विधायकों को बंगाल पुलिस ने जेल भेज दिया था. इसके बाद इस मामले में कोलकाता पुलिस की सीआईडी मामले की जांच कर रही थी. ईडी ने इस मामलेमें 9 नवंबर को ईसीआईआर दर्ज कर मनी लाउंड्रिंग के मामलों की जांच शुरू की है. जांच के क्रम में अनूप सिंह से ईडी को पूछताछ करनी है, इसी वजह से एजेंसी ने समन भेज कर 24 दिसंबर को अनूप को ईडी दफ्तर बुलाया था ताकि मामले में अनूप का पक्ष एजेंसी के सामने आ सके.
अनूप सिंह ने दो बार झारखंड में सरकार गिराने की कोशिश और कांग्रेसी विधायकों के खरीद फरोख्त को लेकर शिकायत दर्ज करायी थी. 31 जुलाई को अरगोड़ा थाना में जीरो एफआईआर दर्ज कराने के पूर्व 21 जुलाई 2021 को भी सरकार गिरानेकी साजिश से जुड़ा केस दर्ज कराया था. इस मामले में कोतवाली पुलिस ने तीन युवकों को होटल ली लैक से गिरफ्तार करने के बाद जेल भेजा था. हालांकि तब किसी के खिलाफ चार्जशीट दायर नहीं की गई थी.