रांची। कांग्रेस विधायक कुमार जयमंगल सिंह उर्फ अनुप सिंह प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) दफ्तर पहुंच गये हैं। 16 दिसंबर को उन्हें ईडी की तरफ से 24 दिसंबर को हाजिर होने का निर्देश दिया था। विधायक कैश कांड मामले में ईडी के अफसर अनूप सिंह से पूछताछ करेंगे। बता दें, अपनी ही पार्टी के तीन विधायक डॉ इरफान अंसारी, नमन विक्सल कोंगाड़ी और राजेश कच्छप के खिलाफ उन्होंने राजधानी रांची के अरगोड़ा में जीरो एफआईआर दर्ज करायी थी। इसे रांची पुलिस ने बाद में कोलकाता पुलिस को ट्रांसफर कर दिया था।
ईडी ने इसी प्राथमिकी को आधार बनाया है, जिसमें यह अनूप सिंह का दावा था कि कांग्रेस के तीन विधायक राज्य की हेमंत सोरेन सरकार को गिराना चाहते हैं और इसके लिए तीनों विधायकों ने कोलकाता बुलाने की बातें कही थी और 10 करोड़ रुपये का ऑफर भी किया था। विधायक डॉ इरफान अंसारी और राजेश कच्छप मुझे कोलकाता बुला कर गुवाहाटी ले जाना चाहते थे और असम के मुख्यमंत्री हिमंता विश्वा शर्मा से मिलवाना चाहते थे।
जानकारी के अनुसार, विधायक कैश कांड की जांच ईडी कर रही है। हेमंत सोरेन सरकार को गिराने के उद्देश्य से विधायकों की खरीद फरोख्त मामले में इनसे पूछताछ की जानी है। नौ नवंबर को ईडी ने विधायकों की खरीद-फरोख्त मामले में मनी लाउंड्रिंग की जांच को लेकर एफआईआर रद्द की गयी है। इसमें कांग्रेस के तीन विधायकों को नामजद बनाया गया है। कोलकाता पुलिस ने हावड़ा के रानीहाटी के पास से 45 लाख रुपये के साथ कांग्रेस के तीन विधायकों को पकड़ा था। 30 जुलाई 2022 को कांग्रेस के तीनों विधायकों को गिरफ्तार किया गया था। इस मामले की जांच बंगाल सकार ने कोलकाता सीआईडी को ट्रांसफर कर दिया था। फिलहाल तीनों विधायक कोलकाता हाईकोर्ट के फैसले के बाद रांची आने की अनुमति देते हुए अग्रिम जमानत दी गयी है।