Joharlive Desk
नई दिल्ली। लॉकडाउन के चलते लाखों की संख्या में प्रवासी मजदूर महाराष्ट्र, गुजरात, दिल्ली और पंजाब जैसे राज्यों में फंसे हुए हैं। वे किसी भी सूरत में घर लौटना चाहते हैं। महाराष्ट्र पुलिस ने उत्तर प्रदेश, बिहार और झारखंड लौट रहे 57 प्रवासी मजदूरों के खिलाफ केस दर्ज किया है। लॉकडाउन के बीच प्रवासी मजदूरों को बाइक बेचने के लिए दुकान मालिकों के खिलाफ भी मुकदमा दर्ज किया गया है।
नवी मुंबई पुलिस के एक शीर्ष अधिकारी ने बताया कि प्रवासी मजदूर लोग बाइक से सैकड़ों किलोमीटर दूर अपने गृह राज्यों को जा रहे थे। पेट्रोलिंग कर रही पुलिस टीम को बुधवार तड़के नवी मुंबई के म्हापे के पास कुछ बाइक आती दिखीं। जब इनसे पूछताछ की गई तो उन्होंने बताया कि वे अपने गृह राज्यों को वापस जा रहे थे। उनके पास खाने पीने का सामान भी नहीं था। मजदूरों के खिलाफ आईपीसी की धारा 188 के तहत मुकदमा दर्ज किया गया है। पुलिस ने उनकी मोटरसाइकिलों को जब्त कर लिया गया। बाइक बेचने वाले तीन दुकान मालिकों के खिलाफ भी कार्रवाई की गई है।
केरल में फंसे प्रवासी मजदूरों ने वापस घर भेजने की मांग को लेकर बृहस्पतिवार को लॉकडाउन नियमों का उल्लंघन करते हुए प्रदर्शन किया। मलप्पुरम के छत्तीपरंबिल बाजार में करीब 100 प्रवासी मजदूरों ने लॉकडाउन तोड़कर मार्च निकाला और नारेबाजी की। इनके हाथों में पोस्टर थे। प्रदर्शनकारी मजदूर जल्द से जल्द उन्हें उनके गृह राज्य वापस भेजने की मांग कर रहे थे। पुलिस अधिकारी जलील थोट्टाथिल ने बताया कि भीड़ को हटाने के लिए बल का प्रयोग करना पड़ा।
एक टीवी पत्रकार के कोरोना संक्रमित पाए जाने के बाद केरल में स्वास्थ्य अधिकारियों ने कासरगोड़ के जिलाधिकारी डी सजित बाबू, उनके ड्राइवर और गनर को होम क्वारंटीन में जाने की सलाह दी है। कुछ दिन पहले जिलाधिकारी ने एक टीवी पत्रकार को इंटरव्यू दिया था, जो बाद में कोरोना पॉजिटिव निकला।
पुड्डुचेरी के मुख्यमंत्री वी नारायणसामी ने कहा कि केंद्र शासित इस राज्य में लॉकडाउन बढ़ाया जाना चाहिए है या नहीं इस पर 2 मई को होने वाली कैबिनेट की बैठक में विचार किया जाएगा। हमें लोगों की जिंदगी के साथ उनकी आजीविका के पहलू भी विचार कर रहे हैं। कैबिनेट की बैठक के बाद ही कोई निर्णय लिया जाएगा। अब तक राज्य में कोरोना के 8 मामले आ चुके हैं।
ओडिशा में कोरोना मरीजों की संख्या बढ़कर 128 हो गई। बृहस्पतिवार को यहां तीन और मामले सामने आए। इनमें एक 18 साल की युवती भी शामिल है। सभी जाजपुर जिले के रहने वाले हैं और पश्चिम बंगाल से लौटे थे। प्रदेश में अब तक कोरोना से एक मौत हुई है।
पश्चिम बंगाल में बीते चौबीस घंटे के दौरान कोरोना संक्रमण से 11 लोगों की मौत हुई है। कोरोना वायरस फैलने के बाद राज्य में यह एक दिन में होने वाली मौतों का रिकॉर्ड है। मुख्य सचिव राजीव सिन्हा ने बृहस्पतिवार को इसकी जानकारी दी। इस बीच, कोरोना के बढ़ते संक्रमण पर अंकुश लगाने के लिए सरकार ने सार्वजनिक स्थानों पर थूकने पर पाबंदी लगा दी है। ऐसा करने वालों को अब दो से पांच हजार रुपये तक जुर्माना भरना होगा। उन्होंने बताया कि बीते चौबीस घंटे के दौरान कोरोना से 11 और मरीजों की मौत के साथ ही इस संक्रमण से मरने वालों की तादाद बढ़ कर 33 तक पहुंच गई है। इस दौरान 37 नए मरीज सामने आए हैं। फिलहाल विभिन्न अस्पतालों में 572 मरीज भर्ती हैं और 15 लोग स्वस्थ होकर अपने घर जा चुके हैं।