रांची : प्रधानमंत्री मोदी के खिलाफ आपत्तिजनक टिप्पणी करने के मामले में झामुमो केंद्रीय कमेटी सदस्य नजरूल इस्लाम मुसीबत में घिर गए हैं. उनके खिलाफ नगर थाने में आदर्श आचार संहिता उल्लंघन की प्राथमिकी दर्ज करायी गयी है. पुलिस भी मामले की जांच में जुट गई है. मंगलवार को इससे जुड़ा एक वीडियो वायरल होने के बाद मामले ने तूल पकड़ लिया. यह प्राथमिकी सदर बीडीओ सुबोध कुमार के बयान पर दर्ज करायी गयी है. मामला दर्ज होने के बाद पुलिस इसकी जांच में जुट गई है.
दरअसल, रविवार को अंबेडकर जयंती के मौके पर झामुमो ने साहिबगंज के चौक थाने पर विरोध प्रदर्शन का किया था. बड़ी संख्या में इसमें झामुमो कार्यकर्ता शामिल हुए. विरोध प्रदर्शन के दौरान प्रोफेसर नजरूल इस्लाम ने प्रधानमंत्री मोदी के खिलाफ आपत्तिजनक टिप्पणी की थी.
नजरूल इस्लाम के वीडियो पर हंगामा
इस दौरान नजरूल इस्लाम ने 21 अप्रैल को रांची में होने वाली उलगुलान रैली में हजारों की संख्या में अधिक से अधिक लोगों के शामिल होने का भी आह्वान किया. उनका यह बयान मंगलवार को इंटरनेट मीडिया पर वायरल हो गया और कई लोगों ने इस पर आपत्ति जताई.
नजरूल ने मामले की सफाई पर यह कहा
नजरूल इस्लाम ने कहा कि उनकी बातों को तोड़-मरोड़ कर पेश किया जा रहा है. इसके बाद भी अगर किसी को उनके बयान से ठेस पहुंची हो तो वह माफी मांगते हैं.
इधर, विवाद बढ़ने के बाद सदर बीडीओ सुबोध कुमार ने नगर थाने में उनके खिलाफ आदर्श आचार संहिता का उल्लंघन करने और अभद्र टिप्पणी करने की प्राथमिकी दर्ज करायी है. बता दें कि नजरूल इस्लाम झामुमो के पूर्व नेता हैं. वह पार्टी के जिला अध्यक्ष भी रह चुके हैं. वह शिबू सोरेन डिग्री कॉलेज, बोरियो में राजनीति विज्ञान के प्रोफेसर भी हैं.
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