पटना: विदेशी कॉलेजों से मेडिकल डिग्री लेकर आये ऐसे छात्रों पर सीबीआई ने गुरुगुवार को कार्रवाई की है जो भारत में दक्षता परीक्षा फेल करने के बावजूद उस डिग्री के आधार पर नेशनल मेडिकल काउंसिल से अपना रजिस्ट्रेशन करवा रखा है. 73 छात्रों में से 19 बिहार के बताये जा रहे हैं. इन 19 मेडिकल के छात्रों ने बिहार मेडिकल काउंसिल से अपना रजिस्ट्रेशन कराया था, ताकि वे विदेश से डिग्री लेकर आये तो बिहार में प्रैक्टिस कर सकें. ये सभी छात्र नेशनल बोर्ड ऑफ एक्जामिनेशन इन मेडिकल साइंस की तरफ से आयोजित एफएमजीई की परीक्षा में फेल हो गये थे.
बिना दक्षता परीक्षा पास किये हो गया निबंधन
रूस, चीन, यूक्रेन जैसे देशों में डिग्री लेकर आये इन छात्रों के पास विदेश की डिग्री तो है, लेकिन भारत में प्रैक्टिस करने के लिए ऐसे छात्रों को दक्षता परीक्षा पास करना अनिवार्य होता है. बिना इस डिग्री के विदेश से मेडिकल की डिग्री लेने वाले किसी भी डॉक्टर का नेशनल मेडिकल काउंसिल पंजीयन नहीं कर सकता है. सीबीआई ने इस मामले में देशभर के 91 जगहों पर एक साथ छापेमारी की है. जिनमें राजधानी पटना समेत बिहार के 9 अन्य जिले भी शामिल हैं. इस मामले में बिहार के पटना, मुंगेर, दरभंगा, भागलपुर, चंपारण, बेगूसगू राय, हाजीपुर, वैशाली और नालंदा समेत अन्य स्थानों पर भी सीबीआई ने रेड की है.
मेडिकल कॉउंसिउंल के कर्मियों से भी पूछताछ
पटना के राजेंद्र नगर रोड नं- 11-डी स्थित बिहार मेडिकल काउंसिल के कार्यालय और इसमें कार्यरत कुछ कर्मियों के यहां भी रेड चल रही है. इसके साथ ही सीबीआई ने कई छात्रों के ठिकानों पर भी छापेमारी की है. इस मामले में 73 छात्रों के अलावा उनका निबंधन कराने में संदिग्ध भूमिका निभाने वाले नेशनल मेडिकल काउंसिल समेत अलग-अलग राज्यों के 14 मेडिकल काउंसिलों में तैनात कर्मियों की मिली भगत भी उजागर हुई है. बिहार मेडिकल रजिस्ट्रेनशन काउंशिल के रजिस्टार सहजानंद ने कहा कि बिहार में ऐसा कोई मामला अब तक संज्ञान नहीं आया है. हम लोग पूरी तरह जांच के बाद ही किसी का रजिस्ट्रेशन करते हैं. सीबीआई जांच कर रही है. हमें उसकी जांच रिपोर्ट का इंतजार करना चाहिए.