Joharlive Desk
लखनऊ। भारत से गोपनीय सूचनाएं हासिल करने के लिए पाकिस्तान तरह-तरह के हथकंडे अपना रहा है। अब वह भारतीय मोबाइल नंबरों का इस्तेमाल कर लोगों को हनी ट्रैप में फंसाने की कोशिश कर रहा है। चंदौली से पकड़े गए राशिद ने इसका खुलासा किया है।
तीन दिनों की पुलिस कस्टडी रिमांड पर आए राशिद ने बताया कि पाकिस्तान में बैठे आईएसआई के एक अधिकारी आसिम ने उससे दो भारतीय सिमकार्ड लेने के लिए कहा था। आसिम ने ताकीद की थी कि सिम अपने नाम से न ले।
राशिद ने अपने मोहल्ले के ही दो लड़कों की आईडी लेकर सिमकार्ड लिया और आसिम को इसकी जानकारी दी। पाकिस्तान में बैठे आसिम ने राशिद से ओटीपी लेकर दोनों नंबरों पर व्हाट्स एप एक्टिवेट कर लिया।
यानी नंबर भारत का ही था और उसपर व्हाट्स एप पाकिस्तान से संचालित हो रहा था। इस नंबर पर प्रोफाइल फोटो पर खूबसूरत लड़कियों की फोटो लगी है। एटीएस के एक अधिकारी ने बताया कि इन नंबरों से भारतीयों को हनी ट्रैप में फंसाने की कोशिश भी की गई।
कोई इनकी जाल में फंसा या नहीं यह पता लगाया जा रहा है। उक्त अधिकारी ने बताया कि भारतीय नंबरों लोगों को अपनी जाल में फंसाने में आसानी होती है।
पूछताछ में राशिद ने बताया कि आईएसआई के लोगों ने उसे राजस्थान के जोधपुर में ऐसे क्षेत्र में एक दुकान लेने को कहा गया था जहां से आर्मी की गाड़ियों का मूवमेंट होता है। इसके लिए हर महीने दुकान पर आने वाले खर्च और एक मुश्त रकम देने का भी वादा किया गया था।
राशिद ने बताया कि वह बीच में राजस्थान गया भी था लेकिन अजमेर से ही वापस आ गया था। उसने अजमेर में दरगाह की फोटो भी पाकिस्तान में बैठे अपने आका से साझा की थी। फिलहाल एटीएस उसके मोबाइल से मिले डाटा को रिकवर कर अधिक से अधिक जानकारी इकट्ठा कर रही है और राशिद से पूछताछ की जा रही है।