रांची: सोमवार को राजधानी के अल्बर्ट एक्का चौक पर जेएसएससी के कैंडिडेट्स ने मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन और जेएसएससी चेयरमैन का विरोध किया. सैकड़ों की संख्या में पहुंचे कैंडिडेट्स का कहना था कि झारखंड सरकार होनहार युवाओं का भविष्य खराब करने पर तूली हुई है. कई वर्षों के बाद जेएसएससी की परीक्षा ली गई. कैंडिडेट्स परीक्षा देने के बाद घर भी नहीं पहुंचे थे कि परीक्षा स्थगित करने का नोटिस जारी हो गया. इससे सरकार की मंशा साफ झलकती है. साथ ही यह भी पता चलता है कि सरकार योग्य कैंडिडेट्स के साथ अन्याय कर रही है. उन्होंने कहा कि अगर सरकार परीक्षा ढंग से और पारदर्शी तरीके से नहीं कराती है तो उग्र आंदोलन करने के लिए बाध्य होंगे.
सालों से कर रहे तैयारी
इसके अलावा कुछ कैंडिडेट्स का कहना था कि हमलोग सालों से जेएसएससी की तैयारी कर रहे थे. लेकिन उनके भविष्य के साथ खिलवाड़ किया जा रहा है. पिछली बार भी जेएसएससी की परीक्षा के पेपर लीक हो गए थे. झारखंड सरकार मौन है और उम्मीदवारों में निराशा है. इतनी मेहनत करने के बाद भी जब परीक्षा ही क्लियर न हो तो फिर क्या कहा जा सकता है. कैंडिडेट्स ने यह भी कहा कि किस तरह से हमलोग एग्जाम देने के लिए अलग-अलग सेंटरों पर गए. किसी को ठीक से खाना नहीं मिला तो कोई ट्रेन में बैठकर ही सेंटर तक पहुंचा. लेकिन सरकार को हमारी परेशानी से कोई लेना-देना नहीं है.
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