रांची : अब “ONE NATION,ONE STUDENT ID” के लिए सरकारी स्कूलों में पढ़ रहे विद्यार्थियों का Automated Permanent Acadmic Registry (APAAR ID) बनाया जाना है. इसको लेकर 16 से 18 अक्टूबर तक स्कूलों में विशेष अभियान चलाया जायेगा. इसके तहत विद्यालयों में PTM आयोजित कर सभी अभिभावकों को इस बारे में जानकारी दी जायेगी. इसमें बताया जायेगा कि APAAR- ID किन-किन दस्तावेजों की आवश्यकता है. सारे अभिभावकों को एक सहमति पत्र भी दिया जायेगा. जिसमें उन्हें यस और नो मार्क होगा.

क्या है APAAR- ID

APAAR- ID एक तरह का ऑटोमेटेड परमानेंट एकेडमिक अकाउंट है. देश भर में जितने भी स्कूल हैं,  हर स्कूल के बच्चों का अपार आईडी तैयार किया जाएगा. एडमिशन में भी अपार आईडी का इस्तेमाल किया जाएगा. देश के किसी भी जिले के स्कूल में एडमिशन लेना हो तो केवल अपार नंबर डालने से उसका पूरा डिटेल सामने होगा.

 केंद्र सरकार की है योजना

केंद्र सरकार स्टूडेंट्स के लिए आईडी योजना लेकर आ रही है. जिसके तहत हर बच्चों का एक आईडी तैयार किया जाएगा और उसमें सभी एकेडमिक जानकारी होगी. आप इसे आधार कार्ड की तरह समझ सकते हैं. इस स्टूडेंट्स आईडी का नाम अपार आईडी रखा गया है. इस कार्ड में बच्चे की एक-एक जानकारी होगी. बच्चे का नाम, पता, जन्मतिथि, फोटो के साथ-साथ बच्चे के खेलकूद की एक्टिविटीज, एजूकेशन लोन, स्कॉलरशिप, जितने अवार्ड मिले है. ये सभी डाटा इस आईडी में उपलब्ध होगी.

APAAR ID क्यों है जरूरी

नई शिक्षा नीति (NEP 2020) के तहत इस अपार आईडी की पहल की गई है. अपार आईडी को बच्चों के आधार नंबर से भी लिंक किया जाएगा. अपार आईडी को लेकर सरकार की कई योजनाएं भी शामिल हैं. जैसे बैंक अकाउंट का क्रेडिट स्कोर कितना है. उसी क्रेडिट स्कोर पर उन्हें लोन जैसी सुविधाएं मिलेगी. इस आईडी के जरिए स्टूडेंट्स को क्रेडिट स्कोर मिलेंगे. इसका फायदा हायर एजुकेशन या जॉब के समय होगा. रिपोर्ट की माने तो कहा जा रहा है कि NTA या अन्य विश्वविद्यालयों में आयोजित होने वाले एंट्रेंस एग्जाम में भी इसका इस्तेमाल किया जा सकेगा.

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