JoharLive Desk
नई दिल्ली । केन्द्र सरकार सात राज्यों के 8350 गावों में जल प्रबंधन से जुड़ी अटल जल योजना लाई है। इसे 25 दिसंबर को पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी के जन्मदिन पर लांच किया जाएगा। परियोजना पर कुल 6 हजार करोड़ रुपए खर्च होंगे जिसमें से 3 हजार करोड़ रूपए विश्व वैंक और बाकी केन्द्र सरकार देगी।
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की अध्यक्षता में केन्द्रीय मंत्रिमंडल की मंगलवार को हुई बैठक में अटल जल और अटल टनल परियोजना व अटल मेडिकल सेंटर से जुड़े प्रस्तावों को मंजूरी दी गई।
केन्द्रीय मंत्री प्रकाश जावड़ेकर ने कैबिनेट की बैठक के बाद आयोजित पत्रकार वार्ता मेंबताया कि सरकार अटल जी के जन्मदिन पर दो परियोजना ला रही है। उन्होंने कहा कि देश की 62 प्रतिशत सिंचाई भू-जल के माध्यम से होती है। इसके अलावा ग्रामीण इलाकों में 85 प्रतिशत पेयजल भू-जल से प्राप्त होता है।
उन्होंने कहा कि देश में जल का ठीक से प्रबंधन हो, उससे जुड़ी ढांचागत सुविधाओं की कार्यक्षमता बढ़े और जल का बेहतर उपयोग संभव हो, इसके लिए यह योजनाएं लाई गई हैं। इसके लिए मध्य प्रेदश, महाराष्ट्र, गुजरात, हरियाणा, उत्तर प्रदेश, राजस्थान, कर्नाटक इन सात प्रदेशों के 8350 ग्राम निश्चित हुए हैं।
इसमें जनता और किसानों के साथ मिलकर काम किया जाएगा। जल की सुरक्षा और उसके किफायती उपयोग को सुनिश्चित किया जाएगा।
इसके अलावा मनाली से लेह तक टनल को अटल टनल नाम दिया गया है। जावड़ेकर ने बताया कि 2003 में इसकी कल्पना की गई थी और 2005 में इसे मंजूरी मिली थी। इस टनल का लहौल स्पीति तक यानी 80 प्रतिशत काम पूरा हो चुका है। इससे 46 किमी की दूरी और 5 घंटे का समय बचेगा। इसके आगे के काम के लिए सरकार ने 4 हजार करो़ड़ रुपये मंजूर किए हैं।
उन्होंने बताया कि 10 हजार फीट से ऊपर की उंचाई पर 8.8 किमी की बनने वाली पहली टनल होगी।
इसके अलावा कल प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और रक्षामंत्री राजनाथ सिंह पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी के जन्मदिन पर लखनऊ जायेंगे। यहां अटल मेडिकल सेंटर का शुभारंभ किया जाएगा।