रांची: झारखंड के किसानों को इस बार अपनी कड़ी मेहनत का सही मूल्य नहीं मिल रहा है. राज्य के ग्रामीण इलाकों में जहां फूलगोभी और पत्ता गोभी केवल दो रुपये किलो बिक रही है, वहीं शहरी बाजारों में यह 10 रुपये किलो के हिसाब से बिक रही है. इससे किसान बेहद निराश और परेशान हैं, और अब कुछ किसान अपनी फसल को रौंदने तक को मजबूर हो गए हैं.
रामगढ़ जिले के चितरपुर प्रखंड के बड़कीपोना गांव के किसान राधेश्याम महतो ने अपनी एक एकड़ में लगी पत्ता गोभी की फसल पर ट्रैक्टर चला दिया. उन्होंने बताया कि बाजार में उनकी फसल को उचित मूल्य नहीं मिल पा रहा है, जिसके कारण वह ऐसा कदम उठाने को विवश हुए हैं. इससे पहले गोला में भी एक किसान ने फूलगोभी की तैयार फसल पर इसी तरह ट्रैक्टर चला दिया था. किसानों का कहना है कि खेतों से फसल को बाजार तक लाने में जितना खर्च आ रहा है, उतना ही दाम उन्हें फसल का नहीं मिल रहा है. राधेश्याम महतो ने बताया, “हमारा पूरा परिवार कृषि कार्य पर निर्भर है, लेकिन इस साल सब्जियों के दाम गिर जाने से हमें भारी नुकसान हो रहा है. अब हमें कर्ज लेकर खेती करनी पड़ रही है और इस नुकसान के कारण साहूकारों को सूद भी देना पड़ेगा.”