Joharlive Team
लातेहार। झारखंड के लातेहार जिले में बड़े पैमाने में कृषि भूमि तो है लेकिन सिंचाई के लिए बरसात पर ही निर्भर होना पड़ता है। वहीं अगर किसी वर्ष बरखा रानी रूठी तो किसानों की जीविका एक चुनौती हो जाती है, लेकिन आज कृषि विभाग की तत्परता और विभिन्न योजनाओं की मदद से किसानों के सपने आकार लेती नजर आ रही है और खेतों में हरियाली लहलहा रही है।
लातेहार जिले के बारीडीह स्थित आम के बागान में मौजूद यह स्प्रिंकल तकनीक पौधों को न सिर्फ पानी दे रहा है बल्कि किसानों के चेहरे पर भी सुकून लाने के लिए कारगर साबित हो रहा है। दरअसल, लातेहार जिले में खेती के लिए बरसात पर निर्भर होना पड़ता था लेकिन आज खेती के लिए मिलने वाली सरकारी सहायता ने किसानों को सशक्त कर दिया है।
ऐसे में लातेहार में बड़े पैमाने पर आम, निम्बू, मौसम्बी, अमरूद, संतरा, केला, पपीता, गेहूं, धान, लहसुन, आलू, प्याज़, टमाटर, लौकी, बैगन, कद्दू, मटर की खेती हो रही है।
जिले में चल रही योजनाओं की जानकारी देते हुए कृषि पदाधिकारियों ने बताया कि जिले में कुल 9 से ज्यादा योजनाओं के तहत किसानों को लाभ पहुंचाने की कोशिश की गई है।
लातेहार में संचालित सरकारी योजनाएं…
- बीज विनिमय एवं वितरण तथा प्रत्यक्षण की योजना
- पीएम किसान योजना
- प्रधानमंत्री मृदा स्वास्थ्य कार्ड योजना
- प्रधानमंत्री कृषि सिंचाई योजना
- द्वित्य हरित क्रांति विस्तार योजना
- तकनीक के विषय में प्रशिक्षण
- झारखंड कृषि ऋण माफी योजना
- एक्सटेंशन रिफॉर्म्स योजना
- खाद्य सुरक्षा मिशन योजना
कृषि विभाग द्वारा चल रही विभिन्न योजनाओं का ही नतीजा है कि आज लातेहार की कृषि भूमि लहलहा रही है और किसानों की जिंदगी में खुशहाली है।