नई दिल्ली: ओल्ड राजेंद्र नगर में एक कोचिंग में जलभराव के बाद तीन छात्रों की मौत ने सबको चौंका दिया. वहीं दिल्ली की सरकार से लेकर मंत्री सभी एक्शन मोड में है. दिल्ली की मंत्री आतिशी ने बुधवार को कहा कि एमसीडी की अंतरिम जांच रिपोर्ट आ गई है. जिसमें बताया गया है कि इलाके में नाला जलभराव का मुख्य कारण है और कोचिंग सेंटर में बनाई गई लाइब्रेरी अवैध है. साथ ही कहा कि मैजिस्ट्रेट रिपोर्ट एक हफ्ते में आ जाएगी. इतना ही नहीं उन्होंने कहा नाले पर अतिक्रमण करने वालों के खिलाफ भी एक्शन होगा. अतिक्रमण करने वाले कोचिंक संस्थानों पर बुलडोजर चलेगा. मेयर शैली ओबेरॉय ने निर्देश दिया है कि नाले पर अतिक्रमण करने वाले सभी कोचिंग सेंटर बुलडोजर से ध्वस्त कर दिए जाएं.

जूनियर इंजीनियर बर्खास्त

मंत्री आतिशी ने कहा कि फिलहाल एमसीडी को अंतरिम जांच रिपोर्ट मिल गई है और प्रारंभिक रिपोर्ट सौंप दी गई है. कोचिंग सेंटर की घटना के संबंध में दो मुख्य बातें सामने आईं. पहली, उस इलाके में जलभराव का कारण बनने वाले नाले पर वहां के सभी कोचिंग सेंटरों ने अतिक्रमण कर लिया था. जिस तरह से कोचिंग सेंटर बेसमेंट में कक्षाएं चला रहे थे और लाइब्रेरी बनाई गई थी, वह 100 फीसदी अवैध थी. बिल्डिंग डिपार्टमेंट ने कोचिंग सेंटर को बेसमेंट को केवल स्टोरेज या पार्किंग के रूप में इस्तेमाल करने की अनुमति दी थी. साथ ही बताया कि नाले को देखने वाला जूनियर इंजीनियर को बर्खास्त कर दिया गया है. वहीं सहायक इंजीनियर को भी निलंबित कर दिया गया है.

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