बोकारो: बीएसएल द्वारा अधिग्रहित की गई जमीन पर किस तरह बालू माफियाओं द्वारा कब्ज़ा कर अपना अवैध धंधा लम्बे समय से चला रहा है. इसका खुलासा उस वक्त हुआ जब बोकारो इस्पात की टीम कब्ज़ा किए गए ज़मीन को मुक्त कराने पहुंची, तो बालू माफियाओं के गुर्गे व स्थानीय ग्रामीणों ने वहां पहुंचनकर अधिकारियों को घेर लिया और जब्त ट्रेक्टर और चालक को छुड़ा लिया.
दरअसल बोकारो स्टील के सेक्टर 9 में दामोदर नदी के किनारे बीएसएल की खाली पड़ी ज़मीन पर लम्बे समय से बालू माफियाओं ने नदी से निकाले गए अवैध बालू का डंपिंग यार्ड बना रखा था. बीएसएल की टीम इसी ज़मीन को माफियाओं से कब्जा मुक्त कराने पहुंची थी. इस दौरान स्थानीय ग्रामीणों ने अधिकारियों के गाड़ियों को चारों तरफ से घेर लिया. वहीं घटना को कवर करने गए पत्रकारों के भी वाहनों की चाभी छीन ली और ग्रामीणों ने चारों ओर से बेरिकेटिंग कर सभी को घण्टों घेरे रखा.
इधर घटनास्थल पर पहुंचे ज़िला खनन विभाग के अधिकारियों को भी ग्रामीणों के आक्रोश का सामना करना पड़ा. ग्रामीणों को अपना मोहरा बनाए बालू माफियाओं के इशारे पर की गई इस कारवाई से घण्टों वहां मौजूद अधिकारी बंधक बने फंसे रहे. बाद में मौके पर पहुंची पुलिस ने कड़ी मसक्कत के बाद अधिकारियों और उनके वाहनों को ग्रामीणों के चुंगल से मुक्त कराया. इधर ग्रामीणों द्वारा की गई इस अप्रत्याशित घटना पर बोकारो इस्पात के महाप्रबंधक एके सिंह ने जानकारी देते हुए बताया कि बोकारो इस्पात की ज़मीन को अवैध रूप से कब्जा कर उस पर किसी भी तरह से गैरकानूनी काम को इस्पात प्रबन्धन चलने नहीं देगा.
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