गुमला: पालकोट थाना के सतखारी गांव निवासी अमीषा देवी (28 वर्ष) एवं उसकी दो वर्षीय बेटी सोनाक्षी कुमारी की हत्या कर दी गयी. मृतका अमीषा आठ माह की गर्भवती थी. दोनों मां-बेटी का शव गुरुवार को बसिया थाना के कुम्हार-हाफू मुख्य मार्ग स्थित घुनसेरा ढोंढा के समीप से पुलिस ने बरामद की. शव सड़क के किनारे गड्ढे में फेंका हुआ था. राहगीरों की नजर पड़ी. तब इसकी सूचना पुलिस को दी गयी. पुलिस ने दोनों शवों को कब्जे मेंलेकर पोस्टमार्टम के लिए गुमला सदर अस्पताल भेज दिया. मृतका अमीषा देवी की मां ब्रिजिनिया देवी नेअपनी बेटी एवं नतिनी की हत्या का आरोप दामाद मिथिलेश गोप पर लगाते हुए मामला दर्ज करायी है.
क्या है मामला
ब्रिजिनिया देवी ने बताया कि मिथिलेश गोप के साथ उसकी बेटी की शादी 10 वर्ष पूर्व हुई थी. जिसके बाद मिथिलेश का एक और महिला से प्रेम संबंध हो गया. जिस कारण मिथिलेश मेरी बेटी से हमेशा मारपीट करता था. पालकोट थाना में कई बार मारपीट की सूचना दी गयी थी. ब्रिजिनिया ने बताया कि बुधवार को भी उसकी बेटी ने अपने पति द्वारा मारपीट करने की जानकारी दी थी. मारपीट के बाद अमीषा बोली कि मैं मायके आ रही हूं, लेकिन वह मायके नहीं आयी और गुरुवार की अहले सुबह उसकी हत्या की सूचना मिली. ब्रिजिनिया ने यह भी बताया कि उसकी बेटी लगभग आठ महीने की गर्भवती थीं. इधर, मां बेटी की हत्या के बाद से मिथिलेश गोप फरार है.
मां-बेटी के शव देख रो पड़े ग्रामीण
मां-बेटी के शव देख ग्रामीण रो पड़े. बेरहमी से दोनों की हत्या की गयी. अगर इस हत्या पर गौर करें तो तीन लोगों की हत्या हुई है क्योंकि अमीषा देवी के गर्भ मेंआठ माह का शिशु था. अमीषा की मौत के बाद गर्भ में पल रहे शिशु की भी मौत हो गयी. हर कोई एक ही बात कह रहा था कि दरिंदगी की हद हो गयी. मासूम बेटी की हत्या कर दी. गर्भवती मां को भी बेरहमी से मार डाला. ग्रामीणों ने आरोपी को पकड़कर जेल भेजने एवं फांसी की सजा दिलाने की मांग किया है.
ग्रामीणों ने पुलिस पर लापरवाही का लगाया आरोप
ग्रामीणों नेय ह भी कहा कि जब अमीषा को उसका पति मिथिलेश गोप अक्सर प्रताड़ित करता था. थाने में इसकी शिकायत की गयी, लेकिन कार्रवाई नहीं हुई. ऐसे में पुलिस के कार्यों पर भी सवाल खड़ा हो रहा है. लोगों ने कहा कि अगर पति को थाने में बुलाकर डांट फाटकर किया जाता या फिर पुलिस कार्रवाई करती, तो आज इस प्रकार की घटना नहीं घटती.