रांची : केन्द्र सरकार द्वारा विपक्ष की आवाज को दबाने का प्रयास, कांग्रेस नेता राहुल गांधी को ईडी द्वारा परेशान करने, सेना का राजनीतिकरण करने, संविधान एवं लोकतंत्र और देश की धर्म निरपेक्षता को बचाने के लिए कांग्रेस पार्टी लगातार सत्याग्रह के माध्यम से संघर्ष कर रही है।
प्रदेश कांग्रेस कमिटी के प्रवक्ता राकेश सिन्हा ने आज यहां कहा कि इस सत्याग्रह में भाग लेने के लिए झारखंड प्रदेश कांग्रेस भी अग्रणी भूमिका निभा रही है। उन्होंने कहा कि प्रदेश अध्यक्ष राजेश ठाकुर , कांग्रेस विधायक दल नेता आलमगीर आलम, मंत्री रामेश्वर उरांव, बन्ना गुप्ता, बादल पत्रलेख, विधायक डॉ इरफान अंसारी, दीपिका पांडेय, कुमार जयमंगल, नमन विक्सल कोन्गाडी, अम्बा प्रसाद, पूर्णिमा नीरज संह, सोना राम, रामचन्द्र, भूषण बाड़ा एवं डॉ प्रदीप बलमुचू सम्मिलित होने दिल्ली पहुंचे है।
दिल्ली प्रवास के दौरान प्रदेश अध्यक्ष राजेश ठाकुर ने कहा कि केन्द्र सरकार ने सत्य को ललकारा है। सत्य को आवरण की जरूरत नहीं है, न ही उसको दबाया जा सकता और न ही उसको झूकाया जा सकता। उन्होंने कहा कि मोदी सरकार कायर की भांति पुलिस के जवानों को आगे कर दिल्ली को छावनी में तब्दील कर अघोषित आपातकाल लागू कर दिया है। सत्याग्रह के आंदोलन को जब अंग्रेज नहीं दबा पाये तो ये मोदी सरकार क्या दबा पायेगी। उन्होंने कहा कि कांग्रेस को झुकाने के लिए हमारे नेतृत्व को झूकाने के लिए मोदी सरकार आठ साल से जोर लगा रही है। हम लोकतंत्र के सिपाही हैं, संविधान के रखवाले है। हम न दबेंगे, डरेंग, न झूकेंगे।अंग्रेज भी पुलिस के पीछे छीपते थे, मोदी सरकार भी पुलिस के पीछे छीपी है।
कांग्रेस विधायक दल के नेता आलमगीर आलम ने कहा कि हमने तानाशाही ताकत को हिन्दुस्तान छोड़कर जाने को विवश किया था, हम पंडित नेहरू के उस वैचारिक सोच से जुड़े हैं जिन्होंने दस साल जेल में गुजारे। हम माफी मांग कर वीर कहलाने वाले नहीं है।