बोकारो : बोकारो के विशेष प्रमंडल द्वारा हैरत अंगेज कर देने वाला मामला सामने आया है, जहां चयनित स्थल पर पुल बनाने के बजाय दूसरे स्थल पर 2 करोड़ 16 लाख रुपये की लागत से विभाग ने पुल बना दिया, आज वह पुल बनाए हुए 7 साल हो गए, लेकिन संपर्क पथ नहीं होने के कारण यह पुल अनुपयोगी हो गया. यह पुल बोकारो के बनसिमली मे बनाए गए हैं जो बनसिमली से झोपडो गांव के रोड को जोड़ने वाली थी. स्थल परिवर्तित कुछ व्यवसायियों को बचाने के लिए कर दिया गया था, यह आरोप 20 सूत्री के उपाध्यक्ष ने लगाया है.

ग्रामीणों के मुताबिक मुख्य सड़क की स्थिति बहुत ही जर्जर है, वहीं बनाए गए नए पुल का उपयोग ग्रामीण नहीं कर पा रहे हैं. बता दें कि रेलवे फाटक के समीप नए पुल का निर्माण हुआ, जिस पुल से ग्रामीणों का आना-जाना बिल्कुल ही नहीं है, ग्रामीण पुरानी छोटी पुल से ही आना-जाना करते हैं, ग्रामीणों का कहना है कि यह नया पुल गलत जगह पर बनाया गया है इससे सिर्फ बीपीसीएल कंपनी को लाभ है. बड़ी-बड़ी हाईवा, ट्रैक्टर, डंफर गाड़ियां जो बीपीसीएल में चलती है सिर्फ बीपीसीएल को ही लाभ है इससे ग्रामीणों का आना-जाना नहीं होता है. बड़ी वाहन चलने के कारण रोड की स्थिति भी बहुत ही जर्जर है.

20 सूत्री अध्यक्ष देवाशीश मंडल ने पुल का निरीक्षण करते हुए कहा कि यह पुल गलत जगह पर बनाया गया है. इससे ग्रामीणों को कोई लाभ नहीं है, ग्रामीण पुराने पुल से ही आना-जाना करते हैं क्योंकि यह पुल हाईवे से डायरेक्ट रोड में कनेक्ट नही है. नया पुल से आने वाले समय में दुर्घटनाएं होती रहेगी, इस योजना का जो गलत तरीके से चयन हुआ है इसकी शिकायत उप विकास आयुक्त से की जाएगी.

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