बोकारो – बोकारो जिले के पेटरवार प्रखंड से होकर गुजरने वाले हाईवे के रास्ते में आने वाले स्कूल को तोड़ में पहुंचे अधिकारी एवं पुलिस की टीम को देखते ही साध्वी ने पहले तो आरजू मिन्नत की फिर भी अधिकारी स्कूल तोड़ने पर अड़े रहे तो साध्वी ने खुद को एक कमरे में बंद कर पेटरवार अंचल अधिकारी एवं पेटरवार पुलिस के रहते खुद को आज के हवाले कर लिया। इनका आरोप है कि स्कूल तोड़ने के एवज में मिलने वाले मुआवजा के बदले मोटी रिश्वत की मांग की जा रही थी जिसे दे पाना हम लोगों के बस में नहीं था। बीते 2 बरसों से लगातार अधिकारियों एवं जिला का चक्कर लगाते हुए थक गए 20 से 25% तक का रिश्वत मांगा गया जिससे आहत होकर साध्वी ने एक कमरे में बंद होकर आत्मदाह कर लिया.

जिले के पेटरवार प्रखंड स्थित दारिद पंचायत में भारतमाला प्रोजेक्ट के तहत बन रहे जैनामोड – गोला सड़क निर्माण कार्य को लेकर अधिकारी स्कूल पहुंचे थे। आनंद मार्ग संस्थान के द्वारा स्कूल संचालित है जिसे हटाने NHAI और पुलिस टीम के सामने करीब 60 वर्षीय बुजुर्ग आनंद मार्गी साध्वी ने खुद को आग लगा ली जिसे मौजूद अधिकारी एवं पुलिसकर्मियों ने दरवाजा तोड़कर निकाला और अस्पताल ले जाने के क्रम में उसकी मौत हो गई। स्कूल में मौजूद अन्य आनंद मार्गी महिलाओं ने बताया कि बिना नोटिस दिए अचानक से पुलिस स्कूल भवन को तोड़ने पहुंच गई जिसका इन महिलाओं ने विरोध किया। भू अर्जन विभाग द्वारा स्कूल का इस जमीन के लिए 4 करोड रुपए का मुआवजा राशि भी आवंटित किया गया था लेकिन रिश्वत का पैसा नहीं दिए जाने के चलते कुछ ना कुछ नुक्स निकालकर हम लोगों को परेशान किया जाता था.

रिश्वत मांगे जाने के मामले को लेकर एसडीम अशोक कुमार ने कहा कि सड़क निर्माण में दो गुटों के आपसी लड़ाई में मामला उलझता चला गयी। जिला प्रशासन के द्वारा 2 वर्षों से मुआवजा देने को लेकर प्रयास किया जा रहा है। आज NHAI टीम एवं प्रशासन द्वारा मामला को बैठकर सुलझाने को लेकर पहल करने पहुंचे थे रिश्वत मांगने जैसी कोई बात नहीं है.

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