दुमकाः राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री सह भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष बाबूलाल मरांडी ने कहा कि मुख्यमंत्री को सिर्फ राजनीतिक बयानबाजी नही करनी चाहिए. मुख्यमंत्री को विस्तारपूर्वक बताना चाहिये कि आखिर किस समय का, किस मद में कितना बकाया केंद्र के पास है? उन्होंने कहा कि राज्य की जनता अब इनकी चाल का समझ चुकी है. बाबूलाल मरांडी दुमका में पत्रकारों से बात कर रहे थे. उन्होंने दावा किया कि आगामी लोकसभा चुनाव में झारखंड की सभी 14 लोकसभा सीट भाजपा जीतेगी. आदिवासी समाज पूरी तरह भाजपा के साथ खड़ा है और विधानसभा चुनाव में भी भाजपा के नेतृत्व में मजबूत सरकार बनेगी.
आदिवासी समाज को भाजपा पर पूरा भरोसा
उन्होंने कहा कि आदिवासी समाज को पूरा भरोसा हो चुका है कि भाजपा ही उनके सर्वांगीण विकास के लिए संकल्पित और समर्पित है. भाजपा के केंद्र और राज्य की सरकारों की नीति और नीयत आदिवासियों के लिए स्पष्ट है. भाजपा सरकार तेजी से जनजाति समाज को विकास की मुख्य धारा से जोड़ने की दिशा में लगातार कार्य कर रही है. बाबूलाल मरांडी ने कहा कि भाजपा की सरकार ने ही अटल बिहारी वाजपेयी के नेतृत्व में अलग झारखंड राज्य के सपनों को साकार किया. सड़क,बिजली,प्रधानमंत्री आवास,शौचालय,नल से जल,आयुष्मान कार्ड,गैस सिलेंडर,प्रति व्यक्ति 5 किलो मुफ्त अनाज,पेंशन,किसान सम्मान निधि जैसी योजनाएं जनजाति समाज के घरों तक पहुंच रही है.
गड़बड़ी नहीं की है तो क्यों घबरा रहे हैं सीएम
एक सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि ईडी अपना काम कर रही है. अगर मुख्यमंत्री ने कोई गड़बड़ी नहीं की है तो क्यों घबरा रहे? जांच रुकवाने के लिए क्यों कभी हाईकोर्ट,कभी सुप्रीम कोर्ट जा रहे हैं. उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री ने इतनी बेमानी संपत्ति अर्जित की है कि उनके पास उसका उत्तर नही है. कहा कि जैसी करनी वैसी भरनी का शाश्वत नियम है. जो गड़बड़ी करेगा उसे सजा मिलेगी ही.
देश का जनजाति समाज अब बढ़-चढ़ कर भाजपा के साथ
उन्होंने कहा कि भाजपा सरकार सबका साथ, सबका विकास के लिए समर्पित है. जिसके कारण देश का जनजाति समाज अब बढ़-चढ़ कर भाजपा के साथ खड़ा हो गया है. छत्तीसगढ़,राजस्थान और मध्यप्रदेश के विधानसभा चुनाव में अधिकांश आदिवासी सीट पर भाजपा प्रत्याशियों की जीत इसका ताजा उदाहरण है. कहा कि आज भाजपा की चाहे केंद्र की सरकार हो या प्रदेश की सभी के माध्यम से आदिवासी समाज का विकास भी हो रहा और उनका गौरव भी बढ़ रहा. जनजाति समाज की परंपरा ,संस्कृति को संरक्षित किया जा रहा.