रांची : झारखंड के सत्ता के पावर ब्रोकर कहे जाने वाले प्रेम प्रकाश उर्फ पीपी को अब ईडी जमीन घोटाले मामले में भी गिरफ्तार कर लिया है। प्रेम प्रकाश को आज सुबह पीएमएलए के विशेष न्यायाधीश की अदालत में सशरीर पेश किया, जिसके बाद आदलत ने ईडी की अपील पर गिरफ्तारी का आदेश दिया। झारखंड के सत्ता के गलियारे में पीपी के नाम से चर्चित प्रेम प्रकाश की रांची में हुए जमीन घोटाले में भी संलिप्ता भी उजागर हुई है। रांची में हुए जमीन घोटाले में विष्णु अग्रवाल, छवि रंजन और प्रेम प्रकाश मास्टरमाइंड के रूप में सामने आए हैं।

ईडी ने तीन और चार अगस्त को की थी पूछताछ

रांची में हुए जमीन घोटाले में ईडी सत्ता के गलियारे में चर्चित रहे प्रेम प्रकाश उर्फ पीपी को गिरफ्तार किया है। साहिबगंज में अवैध खनन और 1000 करोड़ की मनी लॉन्ड्रिंग में रांची जेल में बंद प्रेम प्रकाश से ईडी ने तीन और चार अगस्त को पूछताछ की थी। पूछताछ और जांच में आए तथ्यों के आधार पर ईडी प्रेम को अब दूसरे केस में भी गिरफ्तार करेगी। ईडी ने इस केस में प्रेम प्रकाश को आरोपी बनाने और गिरफ्तारी के लिए पीएमएलए कोर्ट में प्रोडक्शन वारंट डाला है। बुधवार को प्रोडक्शन वारंट जारी करने को लेकर पीएमएलए कोर्ट में आंशिक सुनवाई भी हुई।

चेशायर होम रोड केस में प्रेम को मास्टरमाइंड मानती है ईडी

चेशायर होम रोड में एक एकड़ जमीन की रजिस्ट्री फर्जी डीड के जरिए कराने के मामले में ईडी प्रेम प्रकाश को मास्टरमाइंड मानती है। ईडी ने जांच में पाया है कि जमीन के फर्जी दस्तावेज बनाने वाले गिरोह के सदस्य अफसर अली समेत अन्य आरोपियों से प्रेम प्रकाश की पुरानी पहचान रही है। उसे इसकी जानकारी थी कि जमीन को बेचने के लिए फर्जी डीड तैयार किया जाता है। इसी फर्जी डीड के आधार पर जमीन की पावर ऑफ अटॉर्नी देकर इसकी रजिस्ट्री प्रेम प्रकाश के सहयोगी पुनीत भार्गव के नाम पर की गई थी। पुनीत ने फिर इसी जमीन को दो अलग-अलग डीड के जरिए 1.80 करोड़ में विष्णु अग्रवाल को बेची थी। जिसमें कमीशन के तौर पर 1.50 करोड़ रुपए प्रेम प्रकाश को मिले थे। ईडी ने जांच में पाया है कि जमीन की डील में प्रेम प्रकाश और विष्णु अग्रवाल लाभांवित हुए थे।

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