गिरिडीह। गिरिडीह के जमुआ इलाके में बीते 21 जून की रात हुए 5 करोड़ लूटकांड का पुलिस ने खुलासा करते छह अपराधी को गिरफ्तार किया है। गिरफ्तार अपराधियों में राजेश सिंह, अजित कुमार सिंह, विनोद विश्वकर्मा, रंजीत कुमार, करीम अंसारी और शहजाद आलम शामिल है। इनलोगों के पास से पुलिस ने करीब 3.25 करोड़ रुपये, छह मोबाइल, जीपीएस समेत अन्य सामान जप्त किया है। एसपी अमित रेणु को मिली गुप्त सूचना पर पुलिस को यह सफलता मिली है। पुलिस ने रांची समेत अन्य जगहों पर छापेमारी कर पकड़ा है।
हवाला का पैसा लेकर जा रहा था पटना से कोलकाता
पुलिस जांच में इस बात का खुलासा हुआ है कि लुटा हुआ पैसा हवाला का है। यह पैसा पटना से कोलकाता जा रहा था। डीआई कंपनी के कर्मचारी जगत सिंह और मयूर सिंह जडेजा पैसा लेकर जा रहे थे। इससे पूर्व जीपीएस के माध्यम से अपराधियों ने पैसे वाली गाड़ी को पहले ट्रैक किया, फिर जमुआ में गाड़ी रोककर लूटकांड को अंजाम देकर फरार हो गए।
सेल टैक्स ऑफिसर बनकर अपराधी बरही में करते थे गाड़ी की चेकिंग
5 करोड़ लूटकांड में गिरफ्तार अपराधी रिकवरी एजेंट का काम करता है। ये लोग रात के समय फर्जी सेल टैक्स ऑफिसर बनकर गाड़ियों की जांच करते थे। पुलिस जांच में इस बात का खुलासा हुआ है कि 5 करोड़ लूटने से पूर्व गिरफ्तार अपराधियों ने गाड़ी की चेकिंग फर्जी सेल टैक्स ऑफिसर बनकर किया था।
डीआइ कंपनी का ऑफिस पटना में निकला फर्जी
गिरिडीह पुलिस लूटकांड मामले की जांच करते हुए पटना पहुंची। इस दौरान पुलिस को बहुत सारे मामले चौकाने वाला मिला है। जिस भवन को कंपनी के कर्मचारी ने बताया था कि यह ऑफिस है। हकीकत में वह एक आईएएस का घर है। डीआइ कंपनी का पटना में कोई रजिस्टर्ड ऑफिस नहीं है। इसके अलावा भी पुलिस को डीआइ कंपनी के काम में कई फर्जीवाड़ा मिले है।
क्या है मामला
जमुआ थाना कांड संख्या 256/23 में गुजरात निवासी मयूर सिंह ने बताया कि पटना के डीवाई कम्पनी से पांच करोड़ रुपया क्रेटा कार के अंदर बने एक बॉक्स में रख दिया गया था। 20 जून की रात 8-9 बजे के बीच कोलकाता के लिए वह निकल गया। वहीं 21 जून की रात लगभग 1:30 बजे वे लोग गिरिडीह जिले के जमुआ थाना इलाके के टीकामगहा पहुंचे और यहां पेट्रोल पंप पर तेल भरवाया. यहां से आगे बढ़े ही थे कि ओवरटेक कर एक स्कार्पियों ने उनकी गाड़ी को रुकवाया और उसे कब्जे में ले लिया।इसके बाद वो मारपीट कर उसे और क्रेटा कार में बैठे उसके सहकर्मी को स्कार्पियों में बैठा लिया। इसके बाद में दोनों का मोबाइल छीनकर स्कार्पियों को कच्चे रास्ते में ले गया। थोड़ी देर बाद अपराधियों ने उन्हें स्कार्पियों से भी उतार दिया और अपराधी गाड़ी लेकर चले गए। इसके बाद दोनों पैदल ही भटकते-भटकते सुबह पांच बजे पक्की सड़क पर पहुंचे। यहां पर एक होटल के पास उन्हें अपनी कार क्रेटा दिखी। जब वह अपने साथी के साथ कार के पास पहुंचा तो देखा कि गाड़ी के अंदर बना बॉक्स टूटा हुआ है और पांच करोड़ गायब है।