रांची/गिरिडीह। झारखंड के तीन जिलों(गिरिडीह, हजारीबाग, बोकारो) में आतंक का पर्याय बना एनएसपीएम संगठन का सरगना उमेश गिरी को पकड़ने में गिरिडीह पुलिस को बड़ी सफलता मिली है। गिरफ्तार उमेश गिरी को पुलिस अपहरण, हत्या, लेवी वसूलना, रंगदारी और फायरिंग कर धमकी देने जैसे जघन्य मामलों में तलाश रही थी। गिरिडीह एसपी अमित रेणु को मिली गुप्त सूचना पर यह सफलता मिली है।गिरिडीह एसपी की स्पेशल टीम ने उमेश गिरी बगोदर स्थित बिस्माइल जंगल से गिरफ्तार किया है।
उक्त जानकारी का खुलासा करते हुए एसपी गिरिडीह अमित रेणु ने प्रेसवार्ता में यह जानकारी दी कि कुख्यात उमेश गिरी की तलाश में पुलिस की टीम ने कई राज्यों में भी छापेमारी की थी। लेकिन हमेशा पुलिस को चकमा देकर भाग जाता था। फिर सूचना मिली कि विष्णुगढ़ गोरहर बोगदर क्षेत्र में दिखाई दिया है। जिसके बाद टीम ने कार्रवाई की और जंगल से पकड़ा है। पुलिस को छापेमारी के दौरान उमेश के पास से दो पीस देशी कट्टा, 8 एमएम का 9 जिंदा कारतूस और 7.65 एमएम का 4 पीस जिंदा कारतूस मिला है।
उन्होंने कहा कि उमेश गिरी के पकड़ाने के बाद पूरे गिरोह का खात्मा हो गया है। इस गिरोह के सभी सदस्यों को जेल भेजा गया है। वहीं, भारी मात्रा में हथियार और गोली भी पूर्व में जप्त किया गया था।
इन-इन घटनाओं में अपनी संलिप्तता स्वीकार की उमेश गिरी नेएसपी ने बताया कि एनएसपीएम संगठन का सरगना उमेश गिरी कई बड़े घटना का अंजाम दे चुका है। जिसमें बगोदर थाना अंतर्गत लेवी नहीं देने पर शमशेर आलम के निर्माणाधीन अस्पताल से उन्हें अपहरण करना, मुखिया ललन मेहता के पैर में गोली मारने की घटना, बैंक से पैसा निकाल कर अपने गांव जा रहे मिनी बैंक संचालक से हथियार के बल पर रुपए लूटने की घटना, संगठन का दहशत फैलाने के लिए बगोदरडीह पेट्रोल पंप पर फायरिंग गोलीबारी की घटना, अटका में तारा पंजाब लाइन होटल में फायरिंग गोलीबारी की घटना, मुखिया घर के बाहर खड़े चार पहिया वाहन पर गोली चलाने की घटना, जलापूर्ति योजना के अंतर्गत कार्य करा रहे ठेकेदार से हथियार के बल पर लेवी की मांग, अटका के उमेश मंडल एवं संजीव तिवारी को गोली मारकर हत्या करने की घटना समेत विष्णुगढ़ थाना बोकारो व हजारीबाग जिले के कई थाना क्षेत्र अंतर्गत घटनाओ को अंजाम दे चुका है।
छापेमारी टीम में ये लोग थे शामिल
एसडीपीओ नौशाद आलम, साइबर पुलिस उपाधीक्षक संदीप सुमन, सरिया पुलिस निरीक्षक दिनेश कुमार सिंह, बगोदर थाना प्रभारी नीतीश कुमार समेत अन्य जवान मौजूद थे।