रांची: जेएसएससी ने हंगामे के बीच तीन सदस्यीय जांच कमिटी का गठन कर दिया है. बताया जा रहा है की सुधीर कुमार गुप्ता की अध्यक्षता में बनी 3 सदस्यीय कमेटी परीक्षा में हुई कथित गड़बड़ी की शिकायतों की जांच करेगी. कमेटी की अध्यक्षता सुधीर कुमार गुप्ता करेंगे. कमेटी में दो सदस्य बनाए गए हैं. आयोग की संयुक्त सचिव मधुमिता कुमारी और उप-सचिव सह परीक्षा नियंत्रक अरविंद कुमार लाल को कमेटी का सदस्य बनाया गया है.
जेएसएससी-सीजीएल परीक्षा में पेपर लीक की अफवाहों के बीच पिछले दिनों जेएसएससी अध्यक्ष प्रशांत कुमार ने प्रेस कांफ्रेंस किया था. जिसमें उन्होंने बताया कि इस परीक्षा में कुल 6,39,100 वैध आवेदन प्राप्त हुए थे और इसे राज्यभर के 823 परीक्षा केंद्रों पर 10,917 कक्षों में आयोजित किया गया. उन्होंने कहा कि पहले की परीक्षाओं में आई समस्याओं के मद्देनजर आयोग ने एसओपी को संशोधित किया. परीक्षा के लिए 12 प्रश्न पत्रों का गुच्छा तैयार कर उन्हें एनवेलप में सील किया गया था. जिन्हें मेटल लॉक के जरिए सुरक्षित रखा गया. इसके अलावा, स्ट्रॉन्ग रूम में सीसीटीवी कैमरे लगाए गए थे और दंडाधिकारी की नियुक्ति की गई थी.
स्ट्रॉन्ग रुम में थी उच्च स्तरीय सुरक्षा
परीक्षा के दिन स्ट्रॉन्ग रुम को एक साथ खोला गया, जिसमें सभी संबंधित पदाधिकारी मौजूद थे. चाबियां भी सील अवस्था में थीं. मेटल लॉक परीक्षा शुरू होने के आधे घंटे पहले खोले गए. सीसीटीवी कैमरों के माध्यम से परीक्षा की निगरानी की गई. उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि प्रश्न पत्रों में डिजिटल कोडिंग की गई थी, जिससे यह ट्रैक किया जा सकेगा कि कौन से छात्र किस केंद्र से परीक्षा दे रहे हैं. उन्होंने कहा कि कुछ छात्रों ने ओएमआर और बुकलेट नंबरों में अंतर की शिकायत की है, लेकिन उन्होंने इस पर कोई गंभीरता नहीं दिखाई. ऐसे में मिलान की आवश्यकता नहीं है. उन्होंने प्रश्न पत्रों को सील न किए जाने की बात को भी खारिज किया. उन्होंने कहा कि 20 लाख प्रश्न पत्र बनाए गए थे और इसमें कहीं भी सुरक्षा में कोई कमी नहीं थी.