बोकारो: शहर के सेक्टर-4 थाना क्षेत्र के लक्ष्मी मार्केट में शनिवार को हुई गोलीबारी के मामले का पुलिस ने खुलासा कर दिया है. पुलिस ने मामले में कार्रवाई करते हुए घटना के 7 घंटे के अंदर 2 युवकों को गिरफ्तार कर लिया. इनके पास से एक देसी कट्टा, दो जिंदा कारतूस और दो खोखे भी बरामद हुए हैं. पुलिस ने वारदात में प्रयोग की गई कार को भी जब्त कर लिया है. साथ ही एक अन्य कार को भी बरामद किया है, जिससे दोनों आरोपी भागने की फिराक में थे.
गिरफ्तार युवकों में चिरा चास निवासी शक्ति नंदन सिंह व सेक्टर 4 का रहने वाला राजीव कुमार सिंह शामिल है. आरोपी युवकों ने शनिवार को लक्ष्मी मार्केट में एक के बाद एक धड़ाधड़ 3 राउंड फायरिंग की थी. इससे इलाके में दहशत का माहौल पैदा हो गया था. फायरिंग की सूचना पर मौके पर पहुंची पुलिस को घटनास्थल से एक जिंदा कारतूस व एक खोखा भी मिला था.
नौकरी के नाम डेढ़ लाख की ठगी वारदात की वजह
सिटी डीएसपी कुलदीप कुमार ने बताया कि गिरफ्तार दोनों युवकों ने दहशत फैलाने के उद्देश्य से लक्ष्मी मार्केट में फायरिंग की थी. उससे पहले उन दोनों ने स्टेडियम के पास कंस्ट्रक्शन साइट पर भी फायरिंग की थी. डीएसपी ने बताया, लक्ष्मी मार्केट के रहने वाले एक व्यक्ति से युवकों का संपर्क हुआ था, जिन्होंने 1.5 लाख रुपये में सीआईएसएफ में नौकरी दिलाने का दावा किया था. इसके बाद शक्ति व राजीव ने किसी अन्य व्यक्ति की नौकरी के लिए 1.5 लाख रुपये दिए थे. लेकिन, जब नौकरी नहीं हुई तो वह व्यक्ति शक्ति व राजीव पर पैसे लौटाने का दबाव बनाने लगा. इसके बाद दोनों लक्ष्मी मार्केट निवासी से पैसे की मांग करने लगे. लेकिन, यहां से पैसे लौटाने के नाम पर आना-कानी की जा रही थी. पैसे की मांग को लेकर लक्ष्मी मार्केट पहुंचे युवकों ने दहशत फैलाने के लिए फायरिंग की थी.
भागने की फिराक में थे आरोपी, पकड़े गए
डीएसपी ने बताया कि फायरिंग के बाद युवकों ने सफेद कार को बीएस सिटी थाना क्षेत्र के एलएच स्थित एक गैरेज में छुपा दिया. देर शाम बाद दोनों एक अन्य कार में बैठकर सेक्टर 4 के सर्कस मैदान पहुंचे. इन्हें मैदान के पास कोई पैसा पहुंचाने वाला था. पैसे मिलने के बाद वे लोग बोकारो से बाहर फरार होने की तैयारी में थे. किसी तरह पुलिस को इसकी सूचना मिली. इसके बाद छापेमारी कर दोनों को गिरफ्तार कर लिया गया. युवकों की निशानदेही पर गैरेज में रखी कार को भी बरामद कर लिया गया है. डीएसपी ने बताया कि नौकरी के नाम पर ठगी मामले की सत्यता की भी जांच की जाएगी.