रांचीः लालगंज इलाके में गुरुवार को जमीन विवाद में शुरू हुआ खूनी संघर्ष पुलिस की सतर्कता से टल गया है. लालगंज के मसना की जमीन पर कब्जा करने महिलाएं पहुंची. इसके बाद दोनों पक्षों के बीच विवाद शुरू हो गया. विवाद के दौरान ही जमीन कब्जा करने पहुंची महिलाओं को ग्रामीणों ने बंधक बना लिया. हालांकि, घंटों मशक्कत के बाद पुलिस ने ग्रामीणों से महिलाओं को मुक्त करवा लिया है.

क्या है मामला

रांची के खेल गांव ओपी क्षेत्र के लालगंज में गुरुवार की सुबह 30 से 35 की संख्या में महिलाएं जेसीबी लेकर मसना की जमीन पर कब्जा करने पहुंची. जमीन कब्जा करने की सूचना ग्रामीणों को मिली, तो इसका विरोध करने दर्जनों की संख्या में ग्रामीण भी पहुंच गए. ग्रामीणों ने जमीन कब्जा करने आए लोगों को समझाते हुए कहा कि मसना की जमीन पर अपने मृत परिजनों को दफनाते आए हैं. इसी बीच जमीन कब्जा करने वाले लोगों के ग्रामीणों को भगाने की कोशिश की, जिससे ग्रामीण आक्रोशित हो गए और मारपीट शुरू हो गई. इस दौरान ग्रामीणों ने जेसीबी को भी क्षतिग्रस्त कर दिया.

घटनास्थल पहुंची पुलिस

घटना की सूचना खेल गांव ओपी प्रभारी ललन प्रसाद सिंह को मिली. इसके बाद आनन-फानन में ओपी प्रभारी दल-बल के साथ घटनास्थल पर पहुंचे और आक्रोशित ग्रामीणों को शांत कराया. थाना प्रभारी ने जमीन दलालों पर कार्रवाई करने का आश्वासन दिया. इसके बाद ग्रामीणों ने बंधक बनाए गए महिलाओं और पुरुषों को छोड़ दिया.


जमीन कब्जा करने को लेकर भाड़े पर लाई गई थी महिलाएं

ग्रामीणों का कहना है कि जमीन माफिया मसना की जमीन पर कब्जा करना चाहते हैं. इसे लेकर माफिया भाड़े पर महिलाओं को भेजकर जमीन कब्जा करने की कोशिश कर रहे हैं, लेकिन वे कामयाब नहीं हुए. ग्रामीणों ने बताया कि गैरमजरूआ जमीन पर मसना स्थल बना है, जिसपर वे वर्षों से अपने मृत परिजनों को दफनाते हैं. जमीन माफिया मसना स्थल पर कब्जा करना चाहते हैं, जिसे बर्दाश्त नहीं किया जाएगा.

मामले की जांच की गई शुरू

थाना प्रभारी ललन प्रसाद सिंह ने बताया कि एक जमीन माफिया की ओर से महिलाओं को भेजकर जमीन कब्जा करने की बात सामने आई है. उन्होंने कहा कि पूरे मामले की जांच शुरू कर दी गई है. इसके साथ ही जमीन की कागजात सीओ कार्यालय भेजा गया है. मसना जमीन के आसपास विधि-व्यवस्था सामान्य रहे, इसको लेकर पुलिस बल की तैनाती कर दी गई है.

Share.
Exit mobile version