रांची: राज्य में चल रहे मतदाता सूची के द्वितीय विशेष संक्षिप्त पुनरीक्षण कार्यक्रम के सफलतापूर्वक कार्यान्यवन हेतु सभी विधानसभा क्षेत्रों के ईआरओ एवं उप निर्वाचन पदाधिकारियों के लिए मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी कार्यालय में दो दिवसीय क्रमागत प्रशिक्षण कार्यक्रम का आयोजन किया गया. दो दिनों तक चलने वाले इस प्रशिक्षण सत्र में पदाधिकारियों को मतदाता सूची पुनरीक्षण कार्यक्रम से संबंधित विभिन्न बिंदुओं पर विस्तार से विशेषज्ञों द्वारा प्रशिक्षण प्रदान किया गया.
कम मतदान वाले क्षेत्र में कारण पता लगाए
प्रशिक्षण सत्र को संबोधित करते हुए मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी के रवि कुमार ने कहा कि हाल ही में बीते लोकसभा चुनाव के अनुभवों से सीखते हुए आगामी विधानसभा चुनाव के लिए त्रुटि रहित मतदाता सूची बनाये जाने की दिशा में सभी से बेहतर प्रयास अपेक्षित हैं. उन्होंने कहा कि सभी घरों तक बीएलओ सुपरवाइजर के स्तर से मतदाता सूची के पुनरीक्षण के कार्य का सत्यापन कराया जाना है.
बीएलओ सुपरवाइजर घर घर सत्यापन के उपरांत विभाग द्वारा प्रदत्त स्टिकर को सत्यापित घरों पर अपने हस्ताक्षर के साथ अनिवार्य रूप से लगाएंगे. इसे संबंधित ईआरओ /एईआरओ फील्ड विजिट के क्रम में भौतिक निरीक्षण करेंगे. उन्होंने कहा कि लोकसभा चुनाव में 80℅ से कम मतदान वाले सभी मतदान केंद्रों का संबंधित ईआरओ अपने स्तर से निरीक्षण करते हुए वहां कम मतदान होने के पीछे जिम्मेदार कारणों को जांचते हुए उनके यथासंभव निराकारण का कार्य करेंगे.
कार्यों का ससमय निष्पादन करें
इस अवसर पर संयुक्त मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी सुबोध कुमार ने प्रशिक्षण में आये सभी पदाधिकारियों से अपील करते हुए कहा कि वे अपने विधानसभा क्षेत्रवार कार्ययोजना तैयार कर निर्वाचन कार्यों का ससमय दक्षतापूर्वक निष्पादन करना सुनिश्चित करेंगे. सहायक मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी देवदास दत्ता द्वारा स्वीप विशेषकर चुनावी साक्षरता क्लब एवं मतदाता जागरूकता फोरम आदि के बारे में विस्तार से बताया गया.
ओएसडी गीता चौबे द्वारा ई-रोल, उप निर्वाचन पदाधिकारी मुख्यालय संजय कुमार द्वारा मतदाताओं से प्राप्त शिकायतों के निवारण संबंधी पोर्टल, अवर निर्वाचन पदाधिकारी सुनील कुमार सिंह द्वारा मतदान केंद्रों के रेशनलाईजेशन, सिस्टम एनालिस्ट एस.एन. जमील द्वारा ईआरओ- नेट 2.0 के बारे में पदाधिकारियों को प्रशिक्षण दिया गया.