Ranchi (दशम जलप्रपात) : “जहां न पहुंचे रवि वहां पहुंचे बीएलओ दीदी”, दशम जलप्रपात जैसे दुर्गम क्षेत्र की बीएलओ दीदियां भारत में कार्यरत सभी बीएलओ के लिए प्रेरणा का श्रोत हैं। इन्होंने ऐसे दुर्गम क्षेत्र के कठिनाइयों को सामना करते हुए हर घर तक अपनी पहुंच बनाई और मतदान प्रतिशत भी बेहतर किए है। ये बातें भारत के मुख्य चुनाव आयुक्त ज्ञानेश कुमार ने रविवार को दशम जलप्रपात के प्रांगण में दुर्गम क्षेत्र के बीएलओ से संवाद कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहीं।
उन्होंने कहा कि भारत निर्वाचन आयोग द्वारा एक पहल किया गया जिसके तहत देश के विभिन्न राज्यों के बीएलओ को दिल्ली बुलाकर ट्रेनिंग देने का कार्य किया जा रहा है। दशम जलप्रपात की बीएलओ दीदियों को इस ट्रेनिंग प्रोग्राम में एक ट्रेनर के रूप में भाग लेने के लिए बुलाया जाएगा जिससे देश के अन्य बीएलओ भी इनके कार्यशैली को जान सकेंगे एवं इनसे प्रेरित हो सकेंगे।
मीडिया को संबोधित करते हुए मुख्य चुनाव आयुक्त ज्ञानेश कुमार ने बताया कि झारखंड के चुनावी प्रक्रिया में जुड़े हुए हर स्तर के पदाधिकारियों से मिलने का अवसर प्राप्त हुआ। झारखंड में 1 लाख से भी अधिक चुनाव से जुड़े कर्मचारी निष्ठापूर्वक एवं ईमानदारी से कार्य करते हैं। उन्होंने कहा कि चुनाव के तीन मुख्य घटक होते हैं पहला चुनाव आयोग का संस्थागत ढांचा, दूसरा मतदाता सूची और तीसरा मतदान एवं मतगणना।
उन्होंने कहा कि चुनाव आयोग का संस्थागत ढांचा जिसमें चुनाव के समय केवल 500 लोगों की संस्था वाला चुनाव आयोग डेपुटेशन पर अन्य लोगों को समाहित करते हुए दुनिया की सबसे बड़ी संस्था बन जाती है और 10.5 लाख मतदान केंद्रों पर एक जैसी प्रक्रिया में मतदान सम्पन्न कराती है।उन्होंने कहा कि मतदान के साथ-साथ मतदाता सूची को बनाने के लिए सभी 10.5 लाख बीएलओ एवं राजनीतिक दलों के बूथ लेवल एजेंट साथ में सामंजस्य स्थापित करते हुए कार्य करते हैं।
मुख्य चुनाव आयुक्त ने पूरे देश के मतदाताओं से अपील की कि राष्ट्र सेवा के लिए प्रथम सीढ़ी है मतदान। मतदान करने के लिए आप निर्वाचक अवश्य बनें। मतदाता सूची में अपना नाम अवश्य जुड़वाएं कोई भी भारत का नागरिक जो 18 वर्ष से अधिक का हो छूटना नहीं चाहिए और जब भी मतदान का समय आए अपने मत का दान अवश्य करें।
इससे पूर्व बीएलओ से संवाद कार्यक्रम के स्वागत संबोधन में मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी के. रवि कुमार ने कहा कि पिछले चुनावों में दुर्गम क्षेत्र के बीएलओ ने बहुत मेहनत से काम किया है एवं बारीकी से मतदाता सूची के निर्माण का कार्य किया है। उनके द्वारा क्यू मैनेजमेंट में भी बेहतर योगदान दिया गया है जिससे मतदान की प्रक्रिया को गति प्रदान हो सकी। कार्यक्रम के समापन संबोधन में रांची DC मंजूनाथ भजंत्री ने बीएलओ के कार्यों को सराहा एवं मुख्य चुनाव आयुक्त के प्रति आभार व्यक्त किया। इस दौरान कार्यक्रम का संचालन उप सचिव देव दास दत्ता ने किया।
इस कार्यक्रम में अपर मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी डॉ नेहा अरोड़ा, रांची के ग्रामीण एसपी सुमित कुमार अग्रवाल, संयुक्त मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी सुबोध कुमार सहित निर्वाचन एवं रांची जिला प्रशासन के पदाधिकारी एवं दुर्गम क्षेत्र दशम जलप्रपात के बीएलओ मौजूद थे।
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