रांची। झारखंड में मिशन 2024 की तैयारी में लगी बीजेपी सांगठनिक स्तर पर खुद को मजबूत करने में जुट गई है। पार्टी के बड़े नेताओं के बीच की दूरियों को पाटने से लेकर ऊपरी स्तर पर सांगठनिक स्थिति में सुधार की कवायद शुरू होने की बात बीजेपी के राज्य प्रभारी लक्ष्मीकांत वाजपेयी ने की है। झारखंड दौरे पर आए लक्ष्मीकांत वाजपेयी ने लोहरदगा, गुमला में पार्टी के कार्यक्रमों में शरीक होने के बाद रामगढ़ व हजारीबाग में चुनावी मिशन की तैयारियों में जुटे कार्यकर्ताओं से मिले। इस दौरान उन्होंने दावा किया कि राज्य में बीजेपी सभी 14 लोकसभा सीटों पर जीत दर्ज करेगी।
लक्ष्मीकांत वाजपेयी ने कहा कि, लोकसभा चुनाव को लेकर झारखंड में फोकस किया जा रहा है। लोकसभा चुनाव में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी निर्विवाद चेहरा हैं। कश्मीर से लेकर कन्याकुमारी तक लोग मानते हैं कि भारत मोदी के नेतृत्व में सुरक्षित है। राज्यों में चुनाव को लेकर माहौल अलग होता है, लेकिन लोकसभा चुनाव में जीत तय है। वाजपेयी ने कहा कि 2019 में जिन लोकसभा सीटों पर पार्टी पिछड़ी थी, उन सीटों व बूथों की समीक्षा की गई है. इससे जुड़ी रणनीति बनायी जा चुकी है। ऐसे में तय है कि जनता व बीजेपी कार्यकर्ता झारखंड के सभी 14 सीटों पर जीत दिलाएंगे। जनता का मन और सामान्य कार्यकर्ता का मन बीजेपी के पक्ष में है. सामान्य जनता का विरोध वर्तमान सरकार के कदाचार व भ्रष्टाचार से है, लोग सरकार से मुक्ति चाहते हैं।
लक्ष्मीकांत वाजपेयी ने कहा कि, राज्य में हेमंत सोरेन की सरकार ने आदिवासियों के साथ छल किया. पहली बार 1932 आधारित खतियान नीति बाबूलाल मरांडी लाए थे।हाई कोर्ट ने तब कई आब्जर्वेशन दिये थे. क्या उन आब्जर्वेशन का निराकरण हुआ। तृतीय व चतुर्थ श्रेणी की नौकरी स्थानीय को मिलनी चाहिए, ये बीजेपी का स्पष्ट मत है, लेकिन वर्तमान सरकार जो कानून लाई है, हाई कोर्ट के आब्जर्वेशन का निराकरण कर नहीं लाई है। इस मामले में केंद्र के पाले में गेंद डालने की कोशिश की गई. यह राज्य की जनता के साथ धोखा है. पांच लाख नौकरी का वादा करके महागठबंधन की सरकारी आयी थी, लेकिन क्या हुआ सबको पता है।
वहीं बीजेपी सांसद निशिकांत दूबे ने बीते दिनों रांची में प्रदर्शन के दौरान राज्य में लोकसभा के साथ ही विधानसभा चुनाव कराने के प्रयास की बात कही थी. इस पर बीजेपी प्रभारी ने कहा कि राज्य में निर्वाचित सरकार है। किसी भी निर्वाचित सरकार को अपदस्थ करना बीजेपी की पॉलिटिक्ल प्रैक्टिस नहीं है। झारखंड की सरकार अपने कर्मों से ही हटेगी। सरकार का कामकाज जनता देख रही है। बीजेपी राज्य प्रभारी लक्ष्मीकांत वाजपेयी ने कहा कि, राज्य में मुख्यमंत्री के चेहरे पर अभी विचार नहीं किया गया है। राज्य में ऊपरी स्तर पर संगठनात्मक स्थिति में सुधार की जरूरत है और सुधार की प्रक्रिया भी चल रही है।