रांची: बीजेपी पार्टी की पहली सूची निकलने के बाद भाजपा का सक्रिय कार्यकर्ता काफी निराश नज़र आ रहे है. कोई अपनी मन की बात सोशल मीडिया में तो आम जनता के बीच रहकर भड़ास निकाल रहे है. रांची विधानसभा के एक सक्रिय भाजपा कार्यकर्ता मुनचुन राय ने सोशल मीडिया में अपनी मन की भड़ास निकाला है.
क्या लिखा है पढ़ें पूरी रिपोर्ट
संगठन एवं विचारधारा सर्वोपरि है मगर जिस संगठन में जनाधार विहीन लोगों को ,चाटुकारिता करने वाले लोगों को ,दूसरों की बुराई करने वाले लोगों को और संगठन को नुक़सान पहुँचाने वाले अयोग्य लोगों को सम्मान दिया जाता है एवं समर्पित और मेहनती कार्यकर्ताओं को सिर्फ ठगा जाता है ,तो क्या मैं भी आगे बढ़ने के लिए उन लोगों के जैसा बन जाऊं?
जिस संगठन में प्रत्येक दिन आपके वजूद को ही समाप्त करने का प्रयास किया जाए तो क्या कोई भी आदमी उस संगठन से जुड़ कर रह सकेगा ? पिछले 18-19 वर्षों से मैंने अपने धार्मिक,सामाजिक या राजनीतिक जीवन में एक रुपये का भी या किसी भी अन्य प्रकार का लाभ नहीं लिया है क्यूंकि मेरे लिए लोगों का स्नेह और मेरा स्वाभिमान ही मेरी पूंजी और सबसे बड़ा पद है . राजनीति अब पैसे कमाने का साधनऔर समर्पित कार्यकर्ताओं ,युवाओं का जीवन बर्बाद करने का जरिया मात्र बन कर रह गया है. अब संगठन में समर्पित कार्यकर्ता और जनाधार वाला व्यक्ति उनको माना जाता है जो किसी बड़े पद पर आसीन व्यक्ति के लिए समर्पित हो .