Ranchi : झारखंड सरकार के मंत्री हफीजुल हसन की बर्खास्तगी की मांग को लेकर BJP का एक प्रतिनिधिमंडल गुरुवार को राजभवन पहुंचा. BJP प्रदेश अध्यक्ष एवं नेता प्रतिपक्ष बाबूलाल मरांडी के नेतृत्व में प्रतिनिधिमंडल ने राज्यपाल से मुलाकात कर इस संबंध में ज्ञापन सौंपा. भाजपा नेताओं ने मंत्री हफीजूल हसन पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि उनका पद पर बने रहना जनभावनाओं के विरुद्ध है. प्रतिनिधिमंडल ने राज्यपाल से मांग की कि मंत्री को तुरंत बर्खास्त कर निष्पक्ष जांच की जाए.
प्रतिनिधिमंडल में भाजपा के कार्यकारी अध्यक्ष डॉ रविंद्र कुमार राय, केंद्रीय मंत्री अन्नपूर्णा देवी, संजय सेठ, निवर्तमान अध्यक्ष एवम सांसद दीपक प्रकाश, प्रदेश महामंत्री एवम सांसद आदित्य साहू, डॉ प्रदीप वर्मा, विधायक नवीन जायसवाल, पूर्व विधायक जीतू चरण राम, रामकुमार पाहन, जिलाध्यक्ष वरुण साहू, विनय कुमार महतो, कमाल खान, राफिया नाज भी शामिल थे.
क्या है मामला
हसन ने 14 अप्रैल को कथित तौर पर ‘‘संविधान से ऊपर शरीयत’’ वाला बयान दिया था जिसे लेकर विवाद पैदा हो गया था. हालांकि हसन ने बाद में दावा किया कि मीडिया ने उनके बयान को गलत तरीके से पेश किया है, साथ ही कहा था कि शरीयत और संविधान दोनों ही उनके लिए समान रूप से अहम हैं.
बाबूलाल मरांडी के नेतृत्व में पार्टी कार्यकर्ताओं ने राज्य की राजधानी में आज विरोध मार्च निकाला और अल्पसंख्यक मामलों के मंत्री हफीजुल हसन के इस्तीफे की मांग की. मरांडी के नेतृत्व में भाजपा कार्यकर्ताओं ने संविधान की प्रतियां हाथों में ले कर झामुमो सरकार और मंत्री के खिलाफ जिला स्कूल मैदान से ‘आक्रोश प्रदर्शन’ रैली निकाली. भाजपा का यह मार्च राजभवन पर जाकर समाप्त हुआ. जहां उन्होंने सौंपा ज्ञापन.
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